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अजमेर के नया घर गुलाबबाड़ी स्थित रविवार को आयोजित ‘एक शाम बालाजी’ के नाम भजन संध्या में प्रसिद्ध भजनगायक कन्हैया मित्तल सहित अन्य गायकों ने श्रीबालाजी व श्री खाटू श्याम की स्तुति में एक से बढ़कर एक भजनों की प्रस्तुति देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिय
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गणेश वंदना के साथ कार्यक्रम में भजन गायक कन्हैया मित्तल की एंट्री हुई। इसके बाद उन्होंने ‘खाटू वाले श्यामजी कमाल हो गया अजमेर वाले मालामाल हो गए’, ‘श्रीराम के दूत बालाजी मुझे सालासर अच्छा लागे’, ‘हारा हूं बाबा पर तुम पर भरोसा है’, ‘मेरा तो सहारा श्याम तू है’, ‘रंगली रंगली चुनरिया तेरे नाम बालाजी’, ‘तुम ना कभी बदलना मेरे सांवरिया सरकार’, ‘श्रीरामजी के भक्त बड़े खास बालाजी’, ‘कीजो केसरी के लाल मेरा छोटा सा इक काम’, ‘खाटू धाम का नजारा बड़ा क्यूट सावरे’ आदि भजन प्रस्तुत कर भक्तों को भक्ति भाव में झूमने पर विवश कर दिया।
देर रात तक भक्त भजनों की सरिता में डूबे दिखाई दिए। आयोजन स्थल दर्शकों से भरा रहा।
मां बाप से बढ़कर कोई मित्र नहीं
भजनों के बीच में मित्तल ने सभी से कहा कि मां बाप से बढ़कर इस दुनिया में कोई मित्र नहीं है। साथ ही कहा कि सनातन धर्म में चार शक्ति हैं। पहला कुल देवता, दूसरा ईष्ट देवता, तीसरा कुलदेवी तथा चौथी पितृ शक्ति। उन्होंने कहा कि भोलेनाथ के साथ भंगेड़ी शब्द जोड़कर सनातन को बदनाम किया जा रहा है। बल्कि भोलेनाथ ने तो धरती को बचाने के लिए विष का सेवन किया था और उस विष की शक्ति को कम करने के लिए उनके गले पर भांग का लेप किया था। मित्तल ने कहा कि सनातन धर्म तो स्वयं एक नशा है। जो जिस पर चढ़ जाता है वह कभी नहीं उतरता है।
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