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गढ़वा में प्रतिमा विसर्जन को लेकर भिड़े दो समुदाय के लोग
गढ़वा थाना क्षेत्र के लखन गांव में दुर्गापूजा के बाद प्रतिमा विसर्जन के दौरान एक विशेष समुदाय द्वारा प्रतिमा रोकने से विवाद उत्पन्न हो गया है। प्रशासन के प्रयासों के बावजूद शाम चार बजे से आठ बजे तक प्रतिमा वहीं खड़ी रखी गई है। जहां उसे रोका गया था।
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प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। फिर भी घटनास्थल पर दोनों पक्षों के हजारों लोग जमा हैं। एक पक्ष प्रतिमा को एक खास रास्ते से ले जाने पर अड़ा हुआ है, जबकि दूसरा पक्ष किसी भी हालत में उस रास्ते से प्रतिमा को जाने देना नहीं चाहता। जिससे स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
अपनी बातों पर अड़े हैं दोनों समुदाय
सूचना मिलते ही गढ़वा के अनुमंडल पदाधिकारी और एसडीपीओ मौके पर पहुंचे और दोनों पक्षों को समझाने का हर तरह प्रयास कर रही है। लेकिन कोई भी पक्ष प्रशासन की बात मानने को तैयार नहीं है। एक पक्ष का कहना है कि रास्ता सार्वजनिक है।
इसलिए प्रतिमा को रोकना गलत है। जबकि दूसरे पक्ष का कहना है कि वे प्रतिमा को उस रास्ते से नहीं गुजरने देंगे। वहीं घटना को लेकर पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार पांडे ने कहा कि रूट चेंज को लेकर दो समुदाय के बीच विवाद उत्पन्न हुआ है। जल्दबाजी में कुछ भी कहना उचित नहीं है।
घटनास्थल पर मजिस्ट्रेट नियुक्त
प्रशासन ने घटनास्थल पर मजिस्ट्रेट की नियुक्ति कर दी है। भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं। इधर इस मामले को लेकर तिलदाग गांव के कई प्रतिमा भी लोग विसर्जन नहीं किए हैं। लोगो का कहना है कि जब तक लखना गांव में हुई विवाद का हल नहीं होता है तब तक अपनी प्रतिमा को विसर्जन नहीं करेंगे।
डीजे बजाने को लेकर प्रशासन और स्थानीय लोगों में बहस प्रतिमा विसर्जन को लेकर दूसरी घटना नवादा मोड़ की है। जहां विसर्जन के दौरान डीजे वाहन को पुलिस के द्वारा रोके जाने पर मूर्ति विसर्जन करने आए लोगों में आक्रोश फैल गया। लोगों का कहना था कि जब तक डीजे गाड़ी को थाना से बाहर नहीं निकाला जाएगा। तब तक अपनी मूर्ति का विसर्जन वे लोग नहीं करेंगे।
लोगों का कहना था कि यह लोग नवादा मोड़ से शांतिपूर्ण तरीके से मूर्ति लेकर रामबाण तालाब जा रहे थे। उसी दौरान पुलिस ने डीजे गाड़ी को रोक दिया। कुछ देर बाद डीजे वाहन को पुलिस ने छोड़ा तब जाकर लोग मूर्ति विसर्जन के लिए लोग ले गए।
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