[ad_1]
दशहरे पर जिले में तीन स्थान पर रावण के पुतले का दहन किया गया। शिवपुरी सिटी में सबसे ऊंचा 90 फीट के रावण के पुतले का दहन हुआ। वहीं, सिद्धेश्वर मैदान में 51 फीट और काली माता मंदिर पर 48 फीट के रावण के पुतले का दहन किया गया।
.
सबसे पहले पंजाबी परिषद की ओर से सिद्धेश्वर मैदान में रावण दहन हुआ। इससे पहले पंजाबी परिषद ने शाम साढ़े चार बजे जल मंदिर के पास से जुलुस की शुरुआत की। जो भ्रमण के बाद सिद्धेश्वर मैदान पहुंचा।
राव-रावण युद्ध का मंचन
रावण दहन से पहले यहां राम और रावण के युद्ध का मंचन किया गया। जिसके बाद श्री राम की आरती के साथ 8 बजे तीर छोड़कर रावण के पुतले का दहन किया गया। यहां मुख्य अतिथि के रूप में कलेक्टर रविन्द्र चौधरी, एसपी अमन सिंह राठौड़, नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा, उपाध्यक्ष सरोज रामजी व्यास, डीएफओ सुधांशु यादव मौजूद रहे।
भगवान राम, लक्ष्मण, हनुमान और रावण के वेश में कलाकार।
गांधी पार्क में सबसे आखिरी में रावण दहन
इसके बाद नर्सिंग मंदिर समिति के सदस्यों की ओर से काली माता मंदिर के पास 48 फीट के रावण के पुतले का दहन साढ़े आठ बजे किया गया। वहीं, सबसे आखरी में 9:15 बजे मानव वेलफेयर सोसाइटी के सदस्यों ने गांधी पार्क में 90 फीट के रावण के पुतले का दहन कराया गया। इस दौरान रावण के पुतले के दहन को देखने के लिए हजारों की भीड़ उमड़ी। सभी जगह श्री राम के जयकारों से आसमान गुंजायमान रहा।
रावण दहन की तस्वीरें–
धू-धू कर मिनटों में जला रावण का पुतला।
रावण दहन से पहले भगवान राम की आरती की गई।
राम और लक्ष्मण के वेश में कलाकार।
[ad_2]
Source link