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पाली शहर के रामलीला मैदान में मंगलवार शाम को रावण दहन का प्रोग्राम नगर निगम की ओर से आयोजित किया गया। रिमोट से तीर चलाकर राम-लक्ष्मण का स्वांग रचे कलाकारों ने मेघनाद, कुंभकरण और फिर रावण के पुतले का दहन किया। देखते ही देखते चंद सैकेंड़ों में अहंकार रू
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हादसा होते – होते बचा पाली में रावण दहन के दौरान लंका नगरी का दहन किया गया। इस दौरान लंका नगरी दहन के दौरान जलते हुए कुछ हिस्सा निकट ही लकड़ी से बने बेरिकेट पर गिर गया। इससे वहा लगा लाइट का तार जल गया। ऐसे में लाइट काटनी पड़ी। और फिर नगर निगम के कर्मचारियों ने मुस्तैदी रखते हुए लाइट के तार काटे, एबीसी सिलेंडर से बेरिकेट पर लगी आग को बुझाया। वर्ना बड़ा हादसा हो जाता।
रावण, कुभंकरण और मेघनाद के पुतले जलते हुए।
इस बार रावण का पुतला 55 फीट का बनाया गया। जो आंखें झपकते और तलवार चलाते हुए नजर आया। मेघनाद-कुंभकरण के पुतलों की हाइट इस बार 40-40 फीट रखी गई है। गत वर्ष रावण की हाइट 65 फीट ओर मेघनाद-कुंभकरण की हाइट 45-45 फीट थी। खास बात यह रही कि बटन दबाकर तीर छोड़ा गया। उसके बाद जोरदार आतिशबाजी हुई और चंद सैकेंड में रावण का पुतला स्वाहा हो गया। पूरे कार्यक्रम का एलईडी पर लाइव प्रसारण किया गया।
सांसद पीपी चौधरी और राम-लक्ष्मण का स्वांग रचे कलाकार बटन दबाकर रावण के पुतले का दहन करते हुए।
हनुमान बने कलाकार ने जलाई लंका यहां लंका की झांकी बनाई गई। जिसे सोने जैसा दिखाने के लिए सुनहरी झलक दी गई है। लंका के द्वार पर दो हाथी के साथ ही कई अंगरक्षक भी लगाए गए। पानी दरवाजा स्थित रघुनाथजी मंदिर से भगवान राम की शोभायात्रा रवाना होकर रामलीला मैदान पहुंची। भगवान हनुमान का स्वांग रचे कलाकार ने लंका दहन किया।
बेरिकेट पर जलते हुए लंका नगरी का कुछ हिस्सा गिरने से आग लग गई और लाइट के तार जले गए। जिसे बाद में काटकर नगर निगम के कर्मचारियों ने बुझाया। जिससे बड़ा हादसा होने से बच गया।
अतिथि के रूप में यह रहे मौजूद नगर निगम की महापौर रेखा-राकेश भाटी ने बताया कि कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में संत सुरजनदास, संत रामशरण, सांसद पीपी चौधरी, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष की पत्नी ऊषा राठौड़, भाजपा नेता पुखराज पटेल, एसडीएम कालूराम कुम्हार मौजूद रहे। एएसपी विपिन कुमार शर्मा के नेतृत्व में पुलिस जाप्ता सुरक्षा व्यवस्था में जुटा रहा।
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