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Israeli Military Orders Evacuation in Lebanon: इजरायली सेना ने दक्षिणी लेबनान के 22 और गांवों के निवासियों को अवाली नदी के उत्तर स्थित क्षेत्रों में जाने का आदेश दिया है. यह जानकारी सेना के एक बयान में दी गई है. इजरायली सेना ने दक्षिण लेबनान के निवासियों को चेतावनी दी है कि वे अपने घरों में वापस न लौटें, क्योंकि सेना हिज्बुल्लाह के खिलाफ कार्रवाई जारी रखे हुए है.
सेना के प्रवक्ता अविचाय अद्राई ने कहा, “आपके गांवों में या उसके आस-पास हिज्बुल्लाह के ठिकानों को लक्ष्य बनाया जा रहा है. आपकी सुरक्षा के लिए, कृपया अपने घरों में वापस न लौटें. आगे की सूचना तक दक्षिण की ओर न जाएं; जो भी दक्षिण जाएगा, वह अपनी जान को जोखिम में डाल सकता है.”4
‘मेडिकल टीमें न करें एंबुलेंस का इस्तेमाल’
एक अलग पोस्ट में, अद्राई ने दक्षिणी लेबनान में स्वास्थ्यकर्मियों और मेडिकल टीमों से एंबुलेंस का इस्तेमाल न करने का अनुरोध किया है. अद्राई ने कहा है कि इस इलाके में एंबुलेंस का इस्तेमाल हिज्बुल्लाह के लड़ाके कर रहे हैं. उन्होंने कहा, “हम मेडिकल टीमों से अनुरोध करते हैं कि वे हिज्बुल्लाह के सदस्यों के संपर्क में न आएं और उनके साथ सहयोग न करें.”
इजरायली सेना के प्रवक्ता, “IDF (इजरायली रक्षा बल) ने स्पष्ट किया है कि किसी भी वाहन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी जो सशस्त्र व्यक्तियों को परिवहन करता है, चाहे वह किसी भी प्रकार का हो.”
🟡 بيان عاجل إلى سكان #جنوب_لبنان
إلى سكان القرى التالية:عيتا الشعب, رامية, ياطر, قوزح , بيت ليف, حنين , رشاف, عينتا, القليلة, الحوش, نبعة, تولين, التمرية , الخيام, الخربة, كفر حمام, عرب اللويزة, جسر ابو زبله, جبل العدس, ضهر برية جابر, كفرا, رمادية, زبقين.
إن نشاط حزب الله… pic.twitter.com/c5bQSgo2Db
— افيخاي ادرعي (@AvichayAdraee) October 12, 2024
हमास के खिलाफ एक और इजरायली हमला
इजरायल ने लेबनान में ग्राउंड ऑपरेशन की तैयारी में है, इस बीच गाजा में इजरायली सेना के हमले से कम से कम 20 लोगों की मौत होने की जानकारी है. हमास संचालित सिविल डिफेंस एजेंसी के प्रवक्ता ने बताया कि स्थानीय समयनुसार रात के 9 बजकर 40 मिनट पर हवाई हमला हुआ. तब मरने वालों की संख्या 12 थी जिसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे.
उत्तरी गाजा में सिविल डिफेंस एजेंसी के निदेशक अहमद अल-खालूत ने कहा कि अलग-अलग हमलो में 18 लोगों की जान गई है. ये हमले आठ अलग-अलग स्कूलों पर किए गए जहां पर शरणार्थियों के लिए कैंप बने हुए थे.
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