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Ratan Tata Awards: रतन टाटा दुनिया में नहीं रहे, लेकिन लाखों लोगों के दिलों में वह हमेशा जिंदा रहेंगे. रतन टाटा ने सिर्फ बिजनेस की दुनिया में नाम नहीं बनाया बल्कि शिक्षा व समाजसेवा के क्षेत्र में भी उन्होंने देश और दुनिया में जमकर नाम कमाया. यही कारण रहा कि रतन टाटा को देश दुनिया के तमाम शैक्षणिक संस्थानों से लेकर अन्य संगठनों ने उन्हें न केवल मानद डिग्रियां दी, बल्कि उन्हें सम्मानित भी किया. सबसे पहले बात डिग्रियों की.
रतन टाटा को वर्ष 2001 में ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी ने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में डॉक्टरेट की डिग्री दी थी, जिसे मानद डॉक्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन कहा जाता है. 2004 में एशियाई प्रौद्योगिकी संस्थान ने उन्हें मानद डॉक्टर ऑफ टेक्नोलॉजी, 2005 में वारविक विश्वविद्यालय और 2006 भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास (IIT Madras) ने मानद डॉक्टर ऑफ साइंस की उपाधि दी गई. 2008 में रतन टाटा को तीन तीन संस्थानों ने मानद उपाधि दी. कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय ने उन्हें मानद डॉक्टर ऑफ लॉ, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे (IIT Bombay) और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर (IIT Khadagpur) ने मानद डॉक्टर ऑफ साइंस की उपाधि से नवाजा. इसी तरह रतन टाटा को वर्ष 2010 में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय ने मानद डॉक्टर ऑफ लॉ, पेप्परडाइन विश्वविद्यालय की ओर से मानद डॉक्टर ऑफ लॉ की उपाधि दी गई. 2012 में न्यू साउथ वेल्स यूनिवर्सिटी ने डॉक्टर ऑफ बिज़नेस की मानद उपाधि दी. 2013 में उन्हें कार्नेगी मेलन विश्वविद्यालय से बिजनेस प्रैक्टिस के मानद डॉक्टर से नवाजा गया. 2014 में सिंगापुर प्रबंधन विश्वविद्यालय ने रतन टाटा को मानद डॉक्टर ऑफ बिजनेस, यॉर्क विश्वविद्यालय, कनाडा ने मानद डॉक्टर ऑफ लॉज की उपाधि दी. 2015 में क्लेम्सन विश्वविद्यालय ने उन्हें ऑटोमोटिव इंजीनियरिंग के मानद डॉक्टर देकर सम्मानित किया. 2018 में उन्हें स्वानसी विश्वविद्यालय ने मानद मानद डॉक्टरेट की उपाधि दी.
रतन टाटा को कौन से पुरस्कार मिले?
रतन टाटा को भारत के सर्वोच्च पुरस्कारों में से पद्म विभूषण और पद्म भूषण दोनों से सम्मानित किया गया था. पद्म विभूषण सम्मान भारत सरकार की ओर से दिया जाने वाला दूसरा उच्च नागरिक सम्मान है और पद्म भूषण तीसरा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार है. रतन टाटा को वर्ष 2000 में पद्म भूषण दिया गया, वहीं वर्ष 2008 में उन्हें पद्म विभूषण से पुरस्कत किया गया. 2004 में उन्हें उरुग्वे सरकार ने उन्हें ओरिएंटल रिपब्लिक ऑफ उरुग्वे का पदक दिया गया. बी’नाई बी’रिथ इंटरनेशनल ने वर्ष 2005 में रतन टाटा को अंतर्राष्ट्रीय विशिष्ट उपलब्धि पुरस्कार देकर सम्मानित किया. 2006 में उन्हें विज्ञान और प्रौद्योगिकी की प्रेरणा के लिए (FIRST)इंटरनेशनल अवॉर्ड दिया गया. कार्नेगी एंडोमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस ने 2007 में कार्नेगी परोपकार पदक और 2008 में सिंगापुर की सरकार ने उन्हें मानद नागरिक पुरस्कार दिया.
मिला था ब्रिटेन का सर्वोच्च नागरिक सम्मान
2009 में रतन टाटा को ब्रिटेन के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक ‘नाइट ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ द ब्रिटिश एम्पायर’ (GBE) से सम्मानित किया था. वह पहले ऐसे भारतीय थे, जिन्हें इस अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था. इसी तरह 2009 में ही भारतीय राष्ट्रीय इंजीनियरिंग अकादमी ने भी उन्हें 2008 के लिए इंजीनियरिंग में आजीवन योगदान पुरस्कार दिया. इसी साल इटली सरकार की ओर से उन्हें इतालवी गणराज्य के ऑर्डर ऑफ मेरिट के ग्रैंड ऑफिसर के पुरस्कार से नवाजा गया. 2010 में रतन टाटा को विश्व स्मारक कोष ने हैड्रियन पुरस्कार, बिजनेस फॉर पीस फाउंडेशन ने ओस्लो बिजनेस फॉर पीस पुरस्कार, एशिया का बिजनेस लीडर पुरस्कार भी मिला. 2012 में जापान सरकार ने रतन टाटा को ग्रैंड कॉर्डन ऑफ़ द ऑर्डर ऑफ़ द राइजिंग सन अवॉर्ड से सम्मानित किया. 2013 में उन्हें राष्ट्रीय इंजीनियरिंग अकादमी ने विदेशी सहयोगी पुरस्कार, अर्न्स्ट एंड यंग एंटरप्रेन्योर ऑफ द ईयर–लाइफटाइम अचीवमेंट दिया गया. बड़ौदा मैनेजमेंट एसोसिएशन ने 2014 में उन्हें सयाजी रत्न पुरस्कार दिया. 2016 में फ्रांस सरकार ने रतन टाटा को लीजन ऑफ ऑनर के कमांडर का अवॉर्ड दिया. असम सरकार ने 2021 में असम बैभव सम्मान दिया.
कई जगहों के रहे फेलो
2007 में रतन टाटा को लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस ने मानद फैलोशिप दी. इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी ने उन्हें 2008 में मानद फैलोशिप दी. वह 2012 में रॉयल एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग के मानद फेलो रहे.
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Tags: Business empire, Padam awards, Padma awards, Ratan tata
FIRST PUBLISHED : October 10, 2024, 12:40 IST
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