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कांग्रेस और भाजपा की तकरार तो दुनियाभर में मशहूर है। लेकिन कई ऐसे मौके आते हैं जब बड़े और अच्छे काम के लिए अपने दुश्मन को भी साथ लेना पड़ता है। मध्य प्रदेश में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला है। मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आज कहा कि प्रदेश में मासूम बच्चियां, महिलाएँ और नाबालिग बच्चे अपराधियों के निशाने पर है, इसलिए कांग्रेस प्रदेश में बेटी बचाओ अभियान चला रही है और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायकों और वरिष्ठ नेताओं को भी कांग्रेस के इस अभियान का समर्थन करना चाहिए।
पटवारी ने बयान जारी करते हुए कहा कि नाबालिग बच्चों तक नशे की पहुँच प्रदेश के भविष्य को अंधकार की ओर ले जा रही है। प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है और भाजपा के विधायक खुद पुलिस से अपनी जान बचाने की गुहार लगा रहे हैं। अपनी बात के समर्थन में उन्होंने भाजपा के कुछ विधायकों की पिछले दिनों वायरल हुई सोशल मीडिया पोस्ट का भी संदर्भ दिया। उन्होंने मऊगंज के भाजपा विधायक प्रदीप पटेल के वायरल वीडियो के संदर्भ में कहा कि प्रदेश में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि सत्ताधारी दल भाजपा के विधायकों को धमकी दी जा रही है। एक विधायक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के कक्ष में पहुँच कर दंडवत होकर अपने ज़िले में आपराधिक गतिविधियों और नशे के बढ़ते प्रभाव को रोकने की अपील कर रहा है कि इससे प्रदेश की स्थिति समझी जा सकती है।
भाजपा विधायक अजय विश्नोई की पटेल के समर्थन वाली एक्स पोस्ट के बारे में कहा कि विश्नोई कह रहे हैं कि पूरी सरकार शराब व्यापारियों से मिली हुई है, ये इस बात का सबूत है कि नाबालिग बच्चे प्रदेश में नशे की चपेट में हैं। पटवारी ने कहा कि भाजपा के वरिष्ठ विधायक गोपाल भार्गव ने सोशल मीडिया पर पूछा है कि क्या वर्तमान परिवेश में हम रावण दहन के अधिकारी हैं। उन्होंने भार्गव की इस पोस्ट का समर्थन करते हुए कहा कि बेटी बचाओ अभियान दलगत राजनीति से ऊपर एक सामाजिक अभियान है, जिसमें सभी को शामिल होना चाहिए। प्रदेश के व्यापक हित में भाजपा को भी बेटी बचाओ अभियान का समर्थन करना चाहिए।
दरअसल भार्गव की पिछले दिनों ये पोस्ट वायरल हुई थी। इसमें उन्होंने सिर झुकाए बैठी एक मासूम बच्ची और उसके पास खड़े रावण की फोटो पोस्ट करते हुए लिखा था कि क्या वर्तमान परिवेश में हम रावण दहन के अधिकारी हैं।
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