राजेश तिवारी/अजित सिंह (संवाददाता)
ओबरा / सोनभद्र -ओबरा सी में कार्यरत टीएमसी कंपनी में श्रमिको का पिछले चार महीने से वेतन बकाया है जिसके बारे में मजदूरों ने अपने नियोक्ता से संपर्क किया गया परन्तु समस्या का समाधान नहीं हो सका। जिससे मजदूरों के सामने विकट समस्या उत्पन्न हो गई है और सभी मजदूरों की मूलभूत आवश्यकताएं प्रभावित हो रही है। रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करना मुश्किल हो गया है। भोजन, बच्चों की शिक्षा, और चिकित्सा जैसी अनिवार्य आवश्यकताओं को पूरा करने में असमर्थ हैं। मजदूर वेतन का बकाया होने के कारण श्रमिकों में मानसिक तनाव और असुरक्षा की भावना बढ़ रही है. जो हमारे कार्यक्षमता पर नकारात्मक प्रभाव डाल रही है। बहुत से श्रमिकों ने घर चलाने के लिए बैंकों से ऋण लिया हुआ है और वहीं दूसरी तरफ वेतन न मिलने के कारण उन्हें समय पर किस्त चुकाना संभव नहीं हो पा रहा। मजदूरों ने कहा कि हमने अब तक शांति और संयम के साथ अपने अधिकारों के लिए इंतजार किया लेकिन हमारी समस्याओं की अनदेखी लगातार हो रही है। इसी को लेकर आज एसडीएम ओबरा को तहसील में पहुंचकर पत्र सौंप कर चेतावनी दिया कि यदि शीघ्र ही हमलोगों की वेतन सहित अन्य समस्याओं का सामाधान नहीं हुआ तो मजबूरन आंदोलन करने को बाध्य होंगे।इस संबंध में ग्राम सेवा समिति के अध्यक्ष शिवदत्त दुबे ने मजदूरों के साथ तहसील पर प्रदर्शन करते हुए एसडीएम ओबरा व ओबरा तापीय परियोजना के मुख्य महाप्रबंधक को ज्ञापन देते हुए अवगत कराया कि
हमारी मुख्य मांगें निम्नलिखित हैं-. तीन महीने का बकाया वेतन तत्काल प्रदान किया जाए, भविष्य में समय पर वेतन भुगतान की सुनिश्चितता हो , श्रम कानूनों का पालन और कार्यस्थल पर सभी सुरक्षा मानकों का प्रावधान सुनिश्चित किया जाए। इस मौके पर शिवदत्त दुबे, महेश अग्रहरी, उमेश शुक्ला एडवोकेट आदि सैकड़ों मजदूर उपस्थित रहे।