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जमीन गड़बड़ी में प्रशासनिक अधिकारियों की भूमिका सामने आने के बाद ईडी में केस को मैनेज कराने के नाम पर 5 करोड़ से अधिक की वसूली सुजीत कुमार ने की। कांके इलाके में जमीन की खरीद-फरोख्त में गड़बड़ी के मामले में ईडी ने कांके सीओ जयकुमार राम के साथ साथ पूर्व में अंचल में तैनात रहे अनिल कुमार सिंह, दिवाकर द्विवेदी, प्रभात भूषण को समन किया था। इस मामले में तब जयकुमार राम के एक करीबी अमन के जरिए पैसे की डिलिवरी करायी गई थी।
जानकारी के मुताबिक, अमन के जरिए जयकुमार राम ने तीन करोड़, जबकि प्रभात भूषण और दिवाकर द्विवेदी ने एक-एक करोड़ से अधिक की राशि सुजीत कुमार को दी थी। लेकिन कमलेश कुमार से जुड़े केस में ईडी ने जब चार्जशीट की तो जयकुमार राम और दिवाकर द्विवेदी ने पैसे वापस लेने का दबाव अधिवक्ता शैलेश कुमार पर डाला था। बाद में ईडी ने इसमें ईसीआईआर दर्ज की थी।
रात तक छानबीन जारी
मंगलवार की अलसुबह दो गाड़ियों से केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी के जवानों के साथ ईडी की टीम देव विहार पहुंची। टीम से डीटीओ के फ्लैट में पहुंची। उस वक्त फ्लैट में डीटीओ भी मौजूद थे। उनसे पूछताछ के साथ टीम ने फ्लैट की तलाशी शुरू की। दोपहर करीब एक बजे एक बैंक के तीन प्रतिनिधियों को फ्लैट पर बुलाया गया। शाम करीब पौने छह बजे टीम के कुछ सदस्य प्रिंटर और कुछ कागजात के साथ डीटीओ के फ्लैट से बाहर निकले। इसके बाद तीन गाड़ियों पर सवार होकर ईडी की टीम दोबारा पहुंची। रात तक छानबीन जारी थी।
अमन को तलाश रही पुलिस और जांच एजेंसी
ईडी के नाम पर पैसे उगाही करने से जुड़े केस में एजेंसियों और रांची पुलिस को अमन की तलाश है। अमन के द्वारा ही पैसे पहुंचाने का जिक्र पुलिस की एफआईआर में आया है। ईडी अधिकरियों के मुताबिक, अमन के सामने आने के बाद इस संबंध में नए खुलासे हो सकते हैं।
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