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– विपुल जोशी एक सवाल को हल करने की अनेक विधियां होती हैं बर्थ टाइम रेक्टिफिकेशन और सामुद्रिक शास्त्र
– विपुल जोशी एक सवाल को हल करने की अनेक विधियां होती हैं और आप अपनी विधि खोजकर भी एक नई विधि जोड़ सकते हैं। किताबों में लिखी बातें अपनी जगह ठीक हैं, लेकिन लकीर का फकीर होना हमेशा सही नहीं होता। कुछ दिन पहले दो कुंडलियां मेरे पास बर्थ टाइम रेक्टिफिकेशन के लिए आई थीं। जातक जानना चाहता था की दोनों कुंडलियों में से सही कुंडली कौन सी है।
बर्थ टाइम रेक्टिफिकेशन वह विधि है, जिसके जरिए हम लोगों के जीवन में घटने वाली घटनाओं का अंदाजा लगाकर सही कुंडली कौन सी है यह बताते हैं, लेकिन मुझे लगता है कि हम सामुद्रिक शास्त्र के जरिए भी बर्थ टाइम रेक्टिफिकेशन कर सकते हैं। मेरे पास जो कुंडली आई थी, उसमें मैंने जातक से तीन तस्वीरें भी मांगी थी। जातक ने मुझे उस व्यक्ति के तीन तस्वीरें भेजी, जिसमें एक तस्वीर बचपन की थी, दूसरी और तीसरी तस्वीर युवा अवस्था की थी। पहली तस्वीर में जातक के बाल एकदम छोटे थे। जैसे कि अमूमन हर बच्चे के होते हैं, जब वह माता-पिता के प्रभाव में रहता है, बाकी की दो तस्वीरों में जातक के बाल बेहद स्टाइलिश थे। साथ ही जातक ने गले में चेन भी पहनी थी। संभवतः यह लुक उसने घर से बाहर निकलने के बाद अपनाया हो।
मुझे जो दो कुंडलियां प्राप्त हुई थीं उनमें एक कुंडली धनु लग्न की थी, दूसरी कुंडली वृश्चिक लग्न की थी, धनु लग्न का स्वामी देव गुरु बृहस्पति होते हैं और वृश्चिक लग्न के स्वामी मंगल होते हैं। दोनों कुंडलियां देखने के बाद मैंने कुछ एक इवेंट्स यानी घटनाएं बताई। साथ ही मैंने तस्वीर देखकर यह भी कहा कि यह जातक वृश्चिक लग्न का होगा, क्योंकि अगर धनु लग्न का जातक होता तो इस तरह के बाल नहीं रखता और गले में स्टाइलिश चेन नहीं पहनता।
इसके बाद बात आई-गई हो गई, जिस व्यक्ति ने कुंडली दिखाई थी उसने भी कुछ सवाल नहीं पूछे, लेकिन मेरे दिमाग में वह कुंडली चलती रही। फिर अचानक से मुझे लगा कि अगर जातक की वृश्चिक लग्न की कुंडली होगी तो जरूर उसके लग्न पर शुक्र का प्रभाव होना चाहिए, क्योंकि शुक्र फैशन, सौंदर्य आदि से जुड़ा हुआ ग्रह है। दोबारा कुंडली का निरीक्षण किया तो पाया लग्नेश पर सीधी दृष्टि शुक्र की थी, जो भी व्यक्ति लेटेस्ट मार्केट ट्रेंड को फॉलो करता है, उसके लग्न या लग्नेश पर राहु और शुक्र का सीधा प्रभाव होता है। जितने भी लोग आपके शहर में अतरंगी हेयर स्टाइल या रंगीन बालों के साथ दिखेंगे, कहीं ना कहीं उन सभी का लग्न या लग्नेश राहु के प्रभाव में होगा।
यह जरूरी तो नहीं है कि हर बार सामुद्रिक शास्त्र की मदद से आप बर्थ टाइम रेक्टिफिकेशन कर ही लें, लेकिन आप बर्थ टाइम रेक्टिफिकेशन के लिए सामुद्रिक शास्त्र का प्रयोग भी कर सकते हैं। मैं आपके साथ जातक की वह तीन तस्वीरें भी शेयर करता, लेकिन मुझे लगता है कि ऐसा करना ठीक नहीं होगा। वैसे आप खुद से अपने आसपास ऐसे लोगों को खोजकर उनके लग्न एवं लग्नेश पर शुक्र एवं राहु का प्रभाव देख सकते हैं।
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