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हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनने पर मुख्यमंत्री पद की दावेदारी पेश करने वाली कांग्रेसी सांसद कुमारी सैलजा ने राहुल गांधी की यात्रा की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा कांग्रेस के लिए टर्निंग प्वाइंट साबित हुई। राहुल गांधी न केवल हरियाणा, बल्कि पूरे देश के लोगों से जुड़े, उनकी बात सुनी। तब आम आदमी को लगा कि देश में कोई तो है, जो उनकी समस्याएं सुन रहा है, उनके दुख और परेशानी में शामिल हो रहा है। हरियाणा में अगर आज कांग्रेस की सरकार आ रही है तो यह राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का योगदान और पार्टी कार्यकर्ताओं की मेहनत का नतीजा है।
राहुल गांधी की यात्रा ने प्रदेश की जनता का मूड बदला
कुमारी सैलजा ने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बाद ही प्रदेश में भाजपा सरकार को बदलने का मूड बना लिया था। भाजपा के विरुद्ध सत्ता विरोधी लहर थी और कमजोर व दलित वर्ग के लोगों को यह अच्छी तरह से आभास हो गया कि भाजपा उन्हें दबाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि किसान व मजदूर के अलावा हर वर्ग भाजपा से नाराज था, जिसका बदला अब उन्होंने ले लिया है। भाजपा का जनता के साथ कभी प्रत्यक्ष रूप से कोई कनेक्ट नहीं रहा है, जबकि कांग्रेस और उसके कार्यकर्ताओं ने लोगों के बीच में धरातल पर काम किया है। राहुल गांधी की पदयात्रा से हरियाणा के कांग्रेस कार्यकर्ताओं को असीम ऊर्जा मिली, जिसका सदुयपोग सरकार बनाने में हो रहा है। भाजपा 10 साल में हरियाणा को बहुत पीछे ले गई। लोगों को भरोसा है कि उन्हें अगर कोई पटरी पर ला सकता है तो वह कांग्रेस ही है।
सीएम पद का दावा कोई भी कर सकता है, फैसला हाईकमान करेगा
कुमारी शैलजा ने कहा कि वे पहले भी कह चुकी हैं कि दावा चाहे कोई करे, लेकिन सी.एम. के नाम का फैसला हाईकमान ही करेगा क्योंकि कांग्रेस में सी.एम. पद के चयन की एक प्रक्रिया होती है। क्या इस प्रक्रिया में कुमारी शैलजा भी शामिल हैं, इसके जवाब में उन्होंने कहा कि इसका फैसला भी हाईकमान करेगा। उन्होंने कहा कि ये दावेदारी शब्द मीडिया की देन है, जब सी.एम. के नाम पर फैसला होगा तो हो सकता है उसमें एक नाम शैलजा का भी हो। सी.एम. पद पर केवल दो ही नाम प्रमुख रूप से लिए जा रहे हैं-एक भूपेंद्र सिंह हुड्डा का तो दूसरा कुमारी शैलजा का। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि पार्टी में जब दोनों ही सीनियर मोस्ट हैं तो दोनों का नाम आना स्वाभाविक है। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिला-दलित सी.एम. होगा, इसका फैसला हाईकमान ही तय करेगा।
रिपोर्ट: मोनी देवी
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