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Nobel Prize 2024 Medicine: विक्टर एम्ब्रोस और गैरी रुवकुन को संयुक्त रूप से 2024 के फिजियोलॉजी के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. कैरोलिंस्का इंस्टीट्यूट में नोबेल अकादमी ने सोमवार (7 अक्टूबर, 2024) को इसकी घोषणा की.
इस साल का अवॉर्ड 1901 के बाद से फिजियोलॉजी या चिकित्सा में दिया जाने वाला 115वां नोबेल पुरस्कार है. 229 विजेताओं में से केवल 13 महिलाएं हैं. 2024 के भौतिकी के नोबेल पुरस्कार की घोषणा मंगलवार को की जाएगी, जिसके बाद बुधवार को रसायन विज्ञान के पुरस्कार की घोषणा की जाएगी.
इन वैज्ञानिकों को क्यों दिया गया ये अवॉर्ड?
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, जीन गतिविधि को विनियमित करने वाले एक मौलिक सिद्धांत की खोज के लिए वैज्ञानिकों को यह पुरस्कार दिया गया. विक्टर एम्ब्रोस और गैरी रुवकुन इस बात में रुचि रखते थे कि विभिन्न कोशिकाओं के प्रकार कैसे विकसित होते हैं. उन्होंने माइक्रोआरएनए की खोज की, जो छोटे आरएनए अणुओं का एक नया वर्ग है जो जीन विनियमन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
The 2024 Nobel Prize in Physiology or Medicine has been awarded to Victor Ambros and Gary Ruvkun for the discovery of microRNA and its role in post-transcriptional gene regulation: The Nobel Prize pic.twitter.com/fK5HVaHVSN
— ANI (@ANI) October 7, 2024
उनकी अभूतपूर्व खोज ने जीन विनियमन के एक बिल्कुल नए सिद्धांत का खुलासा किया जो मनुष्यों सहित बहुकोशिकीय जीवों के लिए जरूरी साबित हुआ. अब यह पता चल चुका है कि मानव जीनोम एक हजार से ज्यादा माइक्रोआरएनए के लिए कोड करता है.
उनकी आश्चर्यजनक खोज ने जीन विनियमन के लिए एक बिल्कुल नया आयाम उजागर किया. माइक्रोआरएनए जीवों के विकास और कार्य करने के तरीके के लिए मौलिक रूप से महत्वपूर्ण साबित हो रहे हैं.
कितनी मिलता है इनाम?
7 से 14 अक्टूबर तक घोषित किए जाने वाले इन पुरस्कारों में 11 मिलियन स्वीडिश क्राउन की राशि दी जाएगी. प्रत्येक नोबेल पुरस्कार अधिकतम तीन व्यक्तियों को दिया जा सकता है, जो पुरस्कार राशि साझा करेंगे. हर साल की तरह चिकित्सा पुरस्कार नोबेल पुरस्कारों की सीरीज में पहला पुरस्कार है, जो विज्ञान, साहित्य और मानवीय प्रयासों के क्षेत्र में सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार है, जबकि शेष पांच पुरस्कारों की घोषणा आने वाले दिनों में की जाएगी.
2023 का फिजियोलॉजी या मेडिसिन का नोबेल पुरस्कार कैटालिन कारिको और ड्रू वीसमैन को दिया गया. इन दोनों को उनकी खोजों के लिए सम्मानित किया गया, जिसके कारण कोविड-19 के खिलाफ प्रभावी mRNA वैक्सीन का विकास हुआ.
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