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– केंद्रीय गृहमंत्री ने नक्सलवाद से प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और अधिकारियों की बैठक को
नई दिल्ली, विशेष संवाददाता केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को कहा कि नक्सल हिंसा के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की रणनीति अपनाकर समयबद्ध तरीके से नक्सलवाद समाप्त किया जाएगा। उन्होंने नक्सल ऑपरेशन के साथ विकास की गतिविधियों को तेजी से आगे बढ़ाने पर जोर दिया। शाह ने नक्सल हिंसा में शामिल युवाओं से अपील की कि वे हथियार छोड़कर मुख्यधारा में आएं और सभी राज्यों की पुनर्वास की अच्छी नीतियों का फायदा उठाएं।
नक्सलवाद से प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और शीर्ष अधिकारियों की विज्ञान भवन में बैठक को संबोधित करते शाह ने कहा कि नक्सलवाद से किसी का भला नहीं होगा, यह सत्य स्थापित हो चुका है। उन्होंने राज्यों के बीच आपसी तालमेल पर जोर देते हुए कहा कि नक्सल प्रभावित राज्यों और सीमावर्ती जिलों में संयुक्त टास्क फोर्स का गठन किया गया है लेकिन ऑपरेशन बढ़ाए जाने की जरूरत है। उन्होंने केंद्रीय सुरक्षा बलों के डीजी से कहा कि वे महीने में एक बार नक्सल प्रभावित राज्यों में जाएं और डीजीपी के साथ रणनीति पर चर्चा करें। उन्होंने मुख्यमंत्रियों से महीने में एक बार और डीजीपी से 15 दिन में एक बार नक्सल हिंसा की समीक्षा करने को कहा।
अच्छे काम को साझा करेंः
गृहमंत्री ने कहा कि कुछ राज्यों तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र ने क्षमता निर्माण के लिए अच्छा काम किया है लेकिन अच्छे काम को साझा करने की जरूरत है। उन्होंने छत्तीसगढ़ में नक्सल ऑपरेशन की सफलता को भी सराहा। पिछले दिनों वहां 31 नक्सली मुठभेड़ में मारे गए थे।
85 फीसदी कैडर छत्तीसगढ़ में
शाह ने दोहराया कि राज्यों के सहयोग से मार्च 2026 तक नक्सलवाद पूरी तरह समाप्त हो जाएगा। उन्होंने नक्सल प्रभावित जिलों की संख्या में कमी का हवाला देते हुए कहा कि यह लड़ाई अपने आखिरी चरण में है। उन्होंने कहा कि नक्सलियों का 85 फीसदी कैडर छत्तीसगढ़ में सिमट कर रह गया है। उन्होंने कहा कि 21 नए जिलों को छोड़ दें तो नक्सल समस्या 16 जिलों तक सिमट गई है।
नक्सलियों पर लगातार प्रहार
बैठक में बताया गया कि छत्तीसगढ़ में जनवरी से लेकर अब तक 194 नक्सली मारे गए हैं जबकि 801 की गिरफ्तारी हुई और 742 ने आत्मसमर्पण किया। नक्सल इलाकों में 280 नए सुरक्षा कैंप खोले गए जबकि सीआरपीएफ की छह नई बटालियन इन राज्यों में भेजी गई।
गौरतलब है कि 2010 की तुलना में 2023 में नक्सली हमलों में मरने वालों की संख्या में 86 प्रतिशत की कमी आई है और नक्सली अब अपनी अंतिम लड़ाई लड़ रहे हैं।
सुरक्षा व्यय बढ़ाया
गृहमंत्री ने कहा कि हमने नक्सल प्रभावित इलाकों में 3600 करोड़ रुपए सुरक्षा संबंधी व्यय किया है। उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल में 544 पुलिस थानों का निर्माण किया गया और 15,300 मोबाइल टॉवर बनाए गए।
मानवाधिकारों के सबसे बड़े उल्लंघनकर्ता बताया
शाह ने नक्सलियों को विकास के मार्ग में सबसे बड़ी बाधा बताते हुए कहा कि वे मानवाधिकारों के सबसे बड़े उल्लंघनकर्ता हैं, जो आठ करोड़ से अधिक लोगों को विकास और बुनियादी कल्याण के अवसरों से वंचित कर रहे हैं। नक्सलवाद के खतरे से प्रभावित राज्यों में छत्तीसगढ़, ओडिशा, तेलंगाना, महाराष्ट्र, झारखंड, बिहार, आंध्र प्रदेश और मध्य प्रदेश शामिल हैं।
जनसेवा के क्षेत्र में प्रधानमंत्री की लंबी यात्रा जीवंत प्रेरणा: अमित शाह
नई दिल्ली, एजेंसी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कहा कि जनसेवा के क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लंबी यात्रा इस बात का प्रतीक है कि कैसे एक व्यक्ति अपना पूरा जीवन राष्ट्रहित और लोगों के कल्याण के लिए समर्पित कर सकता है। उन्होंने कहा कि यह लंबी यात्रा उन लोगों के लिए जीवंत प्रेरणा है जो जनसेवा में लगे हैं।
गुजरात के मुख्यमंत्री और फिर देश के प्रधानमंत्री के रूप में सार्वजनिक जीवन में नरेंद्र मोदी के 23 साल पूरे होने पर शाह ने ‘एक्स पर लिखा कि यह उनके लिए सौभाग्य की बात है कि वह मोदी की इस यात्रा के साक्षी रहे। प्रधानमंत्री ने दिखाया कि कैसे गरीब कल्याण, विकास, देश की सुरक्षा एवं वैश्विक पहचान को मजबूती देने के कार्य समानांतर किए जा सकते हैं।
शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने समस्याओं को टुकड़ों में देखने की जगह समग्र समाधान का नजरिया देश के सामने रखा। बिना रुके, बिना थके, बिना अपनी परवाह किए, देश और देशवासियों के लिए समर्पित ऐसे राष्ट्रसाधक प्रधानमंत्री को सेवा और समर्पण के 23 वर्ष पूर्ण करने पर बधाई देता हूं।
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