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पूर्व महासचिव ने बताया कि रोड के निर्माण में 40 करोड़ रुपए की लागत आई है।
सीहोर से श्यामपुर तक की प्रदेश की पहली एफडीआर तकनीक से बनी लगभग 30 किमी लंबी सड़क में जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं। अब इसे लेकर कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने इसे भ्रष्टाचार से जोड़ते हए निर्माण कार्य में बड़े पैमाने पर घोटाले का आरोप लग
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जिला कांग्रेस के पूर्व महासचिव पंकज शर्मा ने कहा है कि भाजपा नेताओं द्वारा दावा किया गया था कि सीहोर से श्यामपुर तक की ये सड़क प्रदेश की पहली एफडीआर तकनीक से बनी सड़क है। जिसमें लागत कम आती है और मजबूती ज्यादा रहती है। इसकी उम्र आम सड़क से दुगुनी होती है, लेकिन ये सड़क दुगुनी उम्र तो छोड़ो एक बारिश भी नहीं झेल पाई और इसमें जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं और पूरी सड़क जर्जर हो गई है।
40 करोड़ रुपए की लागत से बनकर तैयार हुई सड़क शर्मा ने कहा, यहां आए दिन हादसे हो रहे हैं। लगभग 40 करोड़ रुपए की लागत से बनकर तैयार हुई इस सड़क में भारी भ्रष्टाचार किया गया है। जिसका परिणाम है कि यह सड़क एक बारिश भी नहीं झेल सकी और अब बिल्कुल विलुप्त होने की कगार पर है और कुछ समय बाद ये पूरी तरह से गायब हो जाएगी।
पूर्व महासचिव ने सड़क को बनाने वाली चंडीगढ़ की कंपनी गर्ग संस ई स्टेट प्रमोटर्स प्राइवेट लिमिटेड को ब्लैक लिस्ट करके सड़क की संपूर्ण लागत से 300% जुर्माना वसूल करने की हिदायत दी है।
सीहोर से श्यामपुर तक एफडीआर तकनीक से बनी सड़क में इस तरह गड्ढे हो चुके हैं।
एमपीआरडीसी महाप्रबंधक के बयान को हास्यास्पद बताया पंकज शर्मा ने इस सड़क के विषय में एमपीआरडीसी महाप्रबंधक सोनल सिन्हा के बयान को भी हास्यास्पद बताया है। दरअसल, सोनल सिन्हा ने भारी बारिश और वाहनों के अत्यधिक दबाव को इस सड़क की दुर्दशा का जिम्मेदार ठहराया था।
जिस पर पंकज शर्मा ने कहा कि यह सड़क एक अति महत्वपूर्ण सड़क है, जो सीहोर विधानसभा क्षेत्र के दो हिस्सों सीहोर नगरीय क्षेत्र को सीहोर ग्रामीण क्षेत्र से जोड़ती है। इस पर वाहनों का दबाव तो होगा ही और बारिश भी होगी, कई पुरानी सड़कें इससे ज्यादा बारिश और ट्रैफिक का दबाव झेलकर वर्षों चलती हैं। फिर तो ये एफडीआर तकनीक वाली सड़क है तो ये क्यों एक बारिश भी नहीं झेल पाई।
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