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इजरायल पर हमास के हमले को एक साल पूरा हो गया है। इस संघर्ष में 42 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इजरायल ने गाजा पर हर सप्ताह 160 हमले किए हैं। इजरायल-हिजबुल्लाह संघर्ष भी बढ़ रहा है, जिससे…
न्यूयॉर्क, एजेंसी। इजरायल पर हमास के हमले को सोमवार को एक साल पूरे हो गए। इस संघर्ष ने तबाही की ऐसी शुरुआत की जो लंबे समय तक खत्म होती नहीं दिखती। एक रिपोर्ट के अनुसार हमास के इस हमले के बाद इजरायल ने गाजा पर हर सप्ताह 160 हमले किए।
अमेरिका के थिंकटैंक सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज की रिपोर्ट के अनुसार, गाजा में युद्ध अभी भी जारी है और इजरायल अब लेबनान में हिजबुल्लाह और ईरान के साथ भी संघर्ष कर रहा है। यह चौतरफा संघर्ष समूचे मध्यपूर्व को अपनी चपेट में ले सकता है। सितंबर में इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच भीषण संघर्ष देखने को मिला। हिजबुल्लाह के हमले के जवाब में इजरायल ने 15 से 28 सितंबर तक लेबनान को एक हजार से अधिक बार निशाना बनाया।
युद्ध का दायरा बढ़ा
– 4.5 गुना बढ़ी हिंसक घटनाएं इस माह इजरायल-हिजबुल्लाह के बीच
– 27-28 किलोमीटर का क्षेत्र युद्धभूमि में बदला, जो पिछले माह 3-4 किलोमीटर था
– 42 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी गाजा में
– 62 हजार इजरायली देश का उत्तरी हिस्सा छोड़ने के मजबूर हुए
– 92 हजार लोगों ने लेबनान का दक्षिणी हिस्सा खाली किया
– 1000 से अधिक आम लोग मारे जा चुके लेबनान में
आर्थिक नुकसान
1. गाजा को ये नुकसान
– 81 फीसदी जीडीपी लुढ़की गाजा की
– 2.01 लाख लोग बेरोजगार हुए एक साल में
– 20 लाख लोग बेघर-भूखे
2. इजरायल की हालत भी बिगड़ी
– 46 हजार व्यवसाय बंद पड़े निर्माण, कृषि और सेवा क्षेत्र से संबंधित
– 60 हजार अन्य व्यवसायों के बंद होने की आशंका है इस साल के अंत तक
– 85 हजार फलस्तीनी मजदूरों की नौकरी छूटी निर्माण क्षेत्र के
– 67 अरब डॉलर का भार बढ़ा इजरायली सरकार पर युद्ध के कारण
अब तक क्या-क्या हुआ
7 अक्तूबर : हमास के अचानक हमले में 1205 इजरायली मारे गए, 251 बंधक बनाए गए
8 अक्तूबर : इजरायल ने हमास के खिलाफ युद्ध की घोषणा की
13 अक्तूबर : इजरायल ने उत्तरी गाजा के लोगों को दक्षिण में जाने को कहा
27 अक्तूबर : इजरायल ने गाजा पर हवाई के बाद जमीनी हमला शुरू किया
15 नवंबर : गाजा के अल शिफा अस्पताल में बने हमास के कमांड सेंटर को निशाना बनाया
24 नवंबर : एक हफ्ते का संघर्ष विराम लागू हुआ, कुछ बंधकों की अदला-बदली हुई
7 मई : गाजा के दक्षिणी शहर राफा पर जमीनी हमला शुरू किया
13 जुलाई : हमास के सैन्य विंग के चीफ मोहम्मद दीफ को मार गिराया
20 जुलाई : ईरान के समर्थन वाले हूती विद्रोहियों पर घातक ड्रोन स्ट्राइक
27 जुलाई : हिजबुल्लाह ने इजरायल पर मिसाइल दागी, जिसमें 12 बच्चे मारे गए
30 जुलाई : इजरायल ने बदले में हिजबुल्लाह कमांडर फुआद शुकर को मार गिराया
31 जुलाई : हमास के राजनीतिक नेता इस्माइल हानिया को भी ढेर किया
17 सितंबर : पेजर फटने की घटना में हिजबुल्लाह के कई लड़ाके मरे और घायल हुए
18 सितंबर : वॉकी-टॉकी, रेडियो फिस्फोट में भी हिजबुल्लाह के कई लड़ाके मरे
27 सितंबर : इजरायली हमले में हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह मारा गया
01 अक्तूबर : नसरल्लाह की मौत के बदले में ईरान ने इजरायल पर 200 मिसाइलें दागीं
युद्ध खत्म नहीं होने की वजह इजरायली और हमास नेताओं के राजनीतिक उद्देश्यों का पूरा नहीं होना है। नेतन्याहू के नेतृत्व वाली दक्षिणपंथी सरकार की प्राथमिकता सत्ता में बने रहना है और इसके लिए गाजा पर नियंत्रण जरूरी है। इसी तरह हमास का शीर्ष नेतृत्व भी नहीं चाहता कि गाजा से उसका नियंत्रण पूरी तरह खत्म हो जाए। इसके लिए वह युद्ध की रणनीतियों में लगातार बदलाव कर रहे हैं लेकिन इसकी मार आम लोगों को झेलनी पड़ रही है। मैरव जोंस्जेन, युद्ध विश्लेषक
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