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अजमेर के क्रिश्चियनगंज थाना क्षेत्र में डिजिटल अरेस्ट का मामला सामने आया है। साइबर ठगों के द्वारा युवती को डिजिटल अरेस्ट किया गया। युवती के आधार नंबर को 538 करोड़ के घोटाले में शामिल होने की बात कहकर 1.25 लाख रुपए ऐंठ लिए गए। पुलिस मामले की जांच कर र
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राजीव कॉलोनी निवासी सुमन कुमारी ने क्रिश्चियनगंज पुलिस थाने में रिपोर्ट देकर बताया कि सुबह उसके पास एक कॉल आया। कॉल करने वाले ने उन्हें कहा कि उसकी आधार आईडी से मुंबई अंधेरी में एक सिम कार्ड खरीदा गया है जो लीगल एक्टिविटीज में शामिल है। इसके चलते सुमन के आधार कार्ड से जुड़े समस्त सिम कार्ड 2 घंटे में डीएक्टिवेट हो जाएंगे।
जब सुमन ने फोन पर बात की तो सामने वाले ने कहा कि वह TRAI से बात कर रहा है और आपकी साइबर डिपार्मेंट मुंबई की हेल्पलाइन से जोड़ रहे हैं और उनसे बात करके मुकदमा दर्ज करवाना है कि मेरे नाम से सिम नहीं खरीदी गई और मुझे क्लेरिफिकेशन लेटर इशू करवाए। ताकि भविष्य में यदि मेरी आईडी से खरीदी गई सिम का कोई मिसयूज करता है तो मैं जिम्मेदार नहीं।
इसके बाद सुमन को दूसरे कॉल पर जोड़ लिया गया और उसे कहा गया कि क्लेरिफिकेशन के लिए आपको व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल करेंगे और जो प्रश्न पूछे जाएंगे उनका जवाब देना है। इस दौरान आपको वीडियो कॉल काटना नहीं है। किसी थर्ड पर्सन का इंवॉल्वमेंट भी नहीं होना चाहिए।
सिम कार्ड डीएक्टिवेट ना हो जाए इस चक्कर में सुमन वीडियो कॉल पर बात करती गई। सामने वाले ने उन्हें आधार नंबर पूछा और फिर कहा कि आपकी आईडी किसी साइबर केस में 538 करोड़ की घोटने वाले नरेश गोयल के मामले में भी मिली है।
इस बात को लेकर सुमन काफी डर गई और सामने वाले ने उन्हें बताया कि यदि आप इस मामले में दोषी पाई जाती है तो आपको तीन से पांच साल की जेल और 10 लाख का जुर्माना हो सकता है। फिर सुमन ने कहा कि वह ऐसे किसी इंसान को नहीं जानती और उसका किसी से लेना देना नहीं है।
फिर सामने वाले ने उन्हें कहा कि ठीक है हम आपकी वीडियो रिकॉर्डिंग करेंगे और सुप्रीम कोर्ट में एविडेंस के लिए आपके जो भी अकाउंट है उन्हें रिजर्व बैंक आफ इंडिया के द्वारा सर्विलांस पर लिया जाएगा और आपके अकाउंट का पैसा 6 से 24 घंटे के लिए ब्लॉक हो जाएगा और यदि आपके अकाउंट में नरेश गोयल द्वारा कोई ट्रांजैक्शन नहीं पाया गया तो आपका पैसा वापस आपके अकाउंट में आ जाएगा नहीं तो ब्लॉक कर दिया जाएगा।
इन सभी बातों को लेकर सुमन डर गई और उसने कहा कि आप बताएं मैं आपको कॉर्पोरेट करूंगी। इसके बाद सामने वाले ने उन्हें कहा कि हम आरबीआई से कांटेक्ट करते हैं वह जिस भी आईडी पर बोलेंगे वहां आपको आपके अकाउंट का पैसा ट्रांसफर करना होगा। इसके बाद सामने वाले के द्वारा सुमन को एक यूपीआई आईडी भेजी गई।
लेकिन उस पर पेमेंट नहीं हुआ फिर उन्होंने बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करने पर बोला। साथ ही कहा कि आप इनोसेंट लग रहे हो इसलिए हम आपकी हेल्प करेंगे वरना आपको केस में जेल भी हो सकती है। इस कारण सुमन डर गई और फिर उन्हें बैंक अकाउंट जो नरेश बिश्नोई के नाम पर था उसमें 1.25 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। अब क्रिश्चियनगंज पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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