[ad_1]
.
मां चंद्रघंटा की कृपा से साधक को आंतरिक शक्ति, मानसिक शांति, और बुरी शक्तियों से मुक्ति मिलती है।
मां चंद्रघंटा के रूप में रक्षा करती है हमारी पुलिस
मां चंद्रघंटा को शांति, साहस, और शक्ति का प्रतीक माना जाता है। वे युद्ध की मुद्रा में होती हैं, फिर भी उनके चेहरे पर शांति और सौम्यता बनी रहती है। वे सिंह पर सवार होकर दस भुजाओं में अस्त्र-शस्त्र धारण किए हुए हैं। मां चंद्रघंटा की कृपा से बुरी शक्तियों से मुक्ति मिलती है। इसलिए वैसे पुलिसकर्मियों को हम मां चंद्रघंटा का रूप मान सकते हैं, जो हमारी रक्षा में सतत तैनात रहते हैं।
मा चंद्रघंटा
या देवी सर्वभूतेषु माँ चंद्रघंटा रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।
पिण्डजप्रवरारूढा चण्डकोपास्त्रकैर्युता। प्रसादं तनुते मह्यं चंद्रघण्टेति विश्रुता।।
डॉ. श्रीपति त्रिपाठी
दैनिक भास्कर, धनबाद, शनिवार 5 अक्टूबर, 2024
धनबाद जिला बल में स्वीकृत बल 3 हजार के करीब है। इनमें महिला पुलिसकर्मियों की संख्या 238 है। महिला पुलिस व हवलदार की संख्या 183 है। वहीं 56 की संख्या में महिला इंस्पेक्टर, दारोगा आैर जमादार हैं। इनमें 5 अलग-अलग थानों में प्रभारी के रूप में तैनात हैं। लगभग सभी थानों में महिला दारोगा, जमादार आैर महिला पुलिस की तैनाती है। जिले के प्रमुख थानों में महिला हेल्प डेस्क का जिम्मा भी महिला पुलिस अधिकारियों को दिया गया है। वह शिकायत लेकर पहुंचनेवाली महिलाओं की समस्याओं का समाधान करती हैं। ट्रैफिक में तैनात आैर ड्यूटी पर भेजी गई महिला पुलिस एक समस्या से काफी परेशान हैं। इनके लिए कहीं भी शौचालय नहीं है। इसके लिए उन्हें परेशान होना पड़ता है। प्रमुख थानों में तो महिला पुलिसकर्मियों के लिए अलग वॉशरूम की व्यवस्था है लेकिन लेकिन छोटे थानों में इसका अभाव है।
[ad_2]
Source link