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भोपाल में दैनिक भास्कर के ‘अभिव्यक्ति गरबा महोत्सव-2024’ के दूसरे दिन शनिवार को पार्टिसिपेंट्स एक्सपेरिमेंटल ड्रेसेस में पहुंचे। कुछ खुद ही डिजाइन की हुई ड्रेसेस में दिखाई दिए। मेकअप और ड्रेस के मुताबिक ही हेयर स्टाइल भी बनाई, ताकि इस गरबा में सेंटर
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लोग ट्रेडिशनल गुजराती आउटफिट में भी दिखे। अलग-अलग रंगों और ज्वेलरी से सजे-धजे पार्टिसिपेंट्स अभिव्यक्ति में कई दिन की ट्रेनिंग लेने के बाद यहां परफॉर्म कर रहे थे। दीपक इस गरबे में शिवजी की प्रतिमा को सिर पर सजाकर गरबा करते दिखे। उन्होंने बताया कि उनकी पूरी ड्रेस 30 किलो से अधिक वजन की है। पगड़ी का ही वजन 25 किलो का है।
देर रात तक दर्शक और पार्टिसिपेंट्स से भेल दशहरा मैदान खचाखच भर गया। कुछ प्रतिभागी स्टेप्स में गरबा कर रहे थे, तो कुछ फ्री स्टाइल में मां की आराधना करते नजर आए।
दीपक ने 25 किलो वजन की पगड़ी पहन रखी थी।
एक जैसी ड्रेस में पहुंचा ग्रुप नवरंग ग्रुप भी यहां सेंटर ऑफ अट्रैक्शन रहा। करीब 15 से अधिक प्रतिभागी एक ही तरह के ड्रेस में पहुंचे। इस ग्रुप से पिंकी लालवानी ने बताया कि हम हर साल नवरंग की तरफ आते हैं। आज गरबे का दूसरा दिन है। हमने मां थीम पर सारी तैयारी की है, इसमें सभी तरह के रंग शामिल हैं। इसमें खासतौर पर लाल, हरा, पीला रंग है।
भगवान राम को लेकर पहुंचे रतन सबधानी यहां सिर पर अयोध्या में स्थापित भगवान राम की प्रतिमा को सजाकर पहुंचे। उन्होंने अपनी पीठ पर भगवान राम का एक बड़ा पोस्टर भी लगा रखा था। उन्होंने बताया कि वह पहली बार भगवान को इस तरह साथ लेकर आए हैं। ऐसा लग रहा है कि भगवान राम इस पंडाल में आशीर्वाद दे रहे हैं।
रतन सबधानी कुछ इस तरह के गेटअप में पहुंचे।
माता के चेहरे को लगाया सिर पर रीना छाबड़िया एक बहुत खास ड्रेस में पहुंची। उन्होंने बताया कि बेसिकली माता जी कहती हैं कि एक औरत सब कुछ कर सकती है। अच्छा परिवार बना सकती है और जो वो चाहे कर सकती है। इस थीम पर ही उन्होंने आज की ड्रेस को डिजाइन किया है। गौरव वाधवानी ने बताया कि उन्होंने इस बार ट्रेडीशनल के साथ हल्का वेस्टर्न टच दिया है। यह जो कैप है, इसको दो साल पहले लगाया था, इसको रेनोवेट करके नया लुक दिया है।
पांच किलो के साफे के साथ दिखा काठियावाड़ी अंदाज गरबे में आई एक अन्य प्रतिभागी राशि जैन ने बताया कि वह आज प्योर काठियावाड़ी अंदाज के साथ यहां पहुंची हैं। उन्होंने बताया कि उनका साफा पांच किलो वजन का है। इसको उन्होंने खुद ही डिजाइन करवाया है। हमें यहां आते हुए 15 साल से ज्यादा समय हो गया है। हम यहां आने के लिए हमेशा कुछ क्रिएटिव करते हैं।
प्योर काठियावाड़ी स्टाइल में नजर आईं राशि जैन।
10 किलो का साफा सोनाक्षी ने बताया कि उनकी चनिया चोली का पूरा वजन 22 किलो है। साफा 10 किलो का है। यहां आने का उत्साह बहुत अधिक होता है। उन्होंने कहा, ‘मैं महाराष्ट्र से हूं और यहां एमपी आने के बाद दैनिक भास्कर का अभिव्यक्ति जॉइन किया है। तब से अभी तक यही लगता है कि यह एक तरह का नशा है, जो बढ़ता जा रहा है।
सुलेखा ने बताया, ‘मैं आज माता का तीसरा स्वरूप लेकर आई हूं, क्योंकि मां का प्रिय रंग ग्रे और प्रिय फूल कमल है तो मैंने ऐसा ही अपना लुक रखा है। मां के मुकुट पर हमेशा चांद रहता है तो वह भी मैंने इसमें लगवाया है।’
मां के तीसरे स्वरूप में नजर आईं सुलेखा।
स्कॉटलैंड से अपना ट्रिप छोटा करके आई अनुकृति ने बताया कि यह उनका तीसरा साल है। स्कॉटलैंड से अपने ट्रिप को छोटा करके वापस लौटी हूं। यह केडिया है, गुजरात से लेकर आई थी। स्पेशली हर साल एक बार पहनती हूं। उनके साथ आए कृष्णा ने बताया कि अभिव्यक्ति भावनाओं की तरह है। केडिया के साथ बंजारा लुक बनाया है। यह सभी को बहुत पसंद आ रहा है।
नवरंग ग्रुप के प्रतिभागी भी रहे सेंटर ऑफ अट्रेक्शन।
फूड कोर्ट से एंट्रेंस गेट तक डांस लाल रंग का धोती-कुर्ता, कोटी, चनिया-चोली, केडियु… कांच और कौड़ियों से जड़ी ड्रेसेस में यहां मौजूद हर व्यक्ति संस्कृति की सतरंगी छटा बिखेर रहा था। समापन के समय डीजे की धुन पर फूड कोर्ट से लेकर एंट्रेंस गेट तक सभी डांस करते नजर आए। बॉलीवुड गानों पर भी खूबसूरती से नृत्य किया। पार्टिसिपेंट्स की एनर्जी को यहां आयोजित फूड फेस्टिवल कॉम्प्लीमेंट करता दिखा। गरबा की थकान कोई यूपी की चाट से मिटाता नजर आया, तो किसी ने अमृतसरी कुलचे खाए।
तस्वीरों में देखिए अभिव्यक्ति गरबा महोत्सव के रंग….
कृष्णा, अनुकृति और सारिका बंजारा इस अंदाज में नजर आए।
प्रतिभागी योगिता शाह और दीपेश शाह।
कीर्ति सोनी और अवनि सोनी लहंगे में पहुंचीं।
एशिका श्रीवास्तव और स्मिता श्रीवास्तव ट्रेडीशन अंदाज में नजर आईं ।
अलग – अलग परिधानों में पहुंचा ग्रुप।
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