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वो हिंदी गाना तो सुना होगा, जिसके बोल हैं, ‘शायद हीरा, निकल रहा है, कोयले की खान से…’. इस गाने में हीरो अपनी हीरोइन को हीरे से सम्बोधित करता है. लेकिन कई बार ऐसी खबरें सुनने को मिल जाती हैं, जब कूड़े-कचरे के ढेर से कोई अनमोल चीज मिल जाती है. आज हम आपको एक ऐसी ही घटना के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे शख्स ने खुद विदेशी न्यूज साइट मेट्रो (metro.co.uk) पर शेयर किया है. इस शख्स का नाम मैट विंटर है. 11 साल की उम्र में मैट को कूड़े के ढेर के बीच एक पुरानी पेंटिंग मिली. उस पेंटिंग को कचरे के ढेर से उठाकर वो अपने घर ले आया और सहेजकर रख दिया. सालों बाद एक दिन जब मैट ने उस पेंटिंग को ऑनलाइन नीलामी के डाला, तो उस पर लोग जमकर बोली लगाने लगे. जिसे वो सामान्य पेंटिंग समझ रहा था, असल वो एक ऐतिहासिक धरोहर था. इस पेंटिंग की नीलामी से मैट की किस्मत चमक गई.
मैट ने बताया कि जब मैं 10 साल का था, तब से ही मेरी नजर प्राचीन वस्तुओं पर रहती थी. मुझे लगता था कि इन चीजों को सहेजकर रखना चाहिए. ऐसे में मैंने अपने आंटी के बगीचे में एक जगह बनाई और मुझे जो भी चीजें मिलती, उसे सहेजकर रख देता था. मैट ने आगे कहा कि 11 साल की उम्र में मैंने इस पेंटिंग की खोज की. दरअसल, मैं क्रैनब्रुक टिप की ओर जा रहा था, तभी मेरे करीब छह या सात कारें आ गईं. मैं कुछ समझ पाता, तब तक उन लोगों ने कार से कूड़े के बैग और अवांछित सामान निकालना शुरू किया. तभी मेरी नजर उनकी गाड़ी में रखी एक पेंटिंग पर पड़ी. एक बड़ी तस्वीर, जिसमें एक बख्तरबंद योद्धा अपने कुत्ते के साथ घोड़े पर सवार था. वह एक शैतान और मौत की आकृति के पीछे से जा रहा था. मुझे लगा कि यह बहुत बढ़िया है. मैं तुरंत उस महिला के पास गया और पूछा कि क्या यह पेंटिंग फेंकने वाली है? महिला ने हां में सिर हिलाया, तो मैंने कहा कि क्या आप मुझे यह दे सकती हैं? वह चौंक गई होगी, लेकिन वह इससे छुटकारा पाकर खुश लग रही थी. वह मुस्कुराई और बोली- ‘बेशक!’
प्रतिष्ठित कलाकारों में से एक अल्ब्रेक्ट ड्यूरर ने 500 साल पहले बनाई थी यह पेंटिंग. (Photo Credit- Rare Book Auctions)
मैं उस पेंटिंग को देखकर काफी खुश था. मैंने आंटी के बगीचे में लगे शेड में रख दिया. 12 सालों तक इसे शेड में बिल्कुल भी नहीं छुआ गया. मैं समय-समय पर इसकी जांच करता था, लेकिन यह बिल्कुल वैसी ही स्थिति में था जैसा मैंने इसे पाया था. फिर, लगभग 18 महीने पहले, मैंने अपनी पुरानी प्राचीन वस्तुओं को साफ़ करना शुरू किया. मुझे ये बेहद मूल्यवान लगा. बाद में पता चला कि यह पेंटिंग नाइट, डेथ एंड द डेविल का मूल संस्करण थी, जिसे राफेल और लियोनार्डो दा विंची के समकालीन और पुनर्जागरण के सबसे प्रतिष्ठित कलाकारों में से एक अल्ब्रेक्ट ड्यूरर ने बनाया था. यह 500 साल पुरानी थी. सितंबर 2024 में इसे नीलामी के लिए रखा गया, जिसे मैट ने £26,500 (29 लाख 23 हजार रुपए) में बेच दिया. मैट ने कहा कि मेरी तो खुशी का ठिकाना नहीं था. अगर मैं इसे उस दिन उठाकर नहीं लाया होता, तो शायद ये कचड़े में फेंक दिया गया होता. लेकिन आज मैं बहुत खुश हूं. हां, यह सच है कि मैं इसे बचपन के शौक के तौर पर घर ले आया था, लेकिन अगर मैं ऐसा नहीं करता तो इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हमेशा के लिए खो जाता और यह एक दुखद विचार है.
क्या करेंगे पैसों का?
मैट ने बताया कि मैं पेंटिंग की बिक्री से मिले पैसों से एक नई कार खरीदने की योजना बना रहा हूं. हालांकि, वह रोल्स रॉयस नहीं होगी, जिसे खरीदने का मैं सपना देखता हूं. मैं हर बार इतनी रकम कमाने की उम्मीद नहीं करता, लेकिन आप कभी नहीं जानते कि आपको क्या मिल सकता है. एक आदमी का कचरा वास्तव में दूसरे आदमी के लिए खजाना हो सकता है, जो मेरे साथ हो सकता है. मैट ने कहा कि ऑनलाइन नीलामी में लॉग इन करके मैंने धैर्यपूर्वक अपनी पेंटिंग पर बोलियां आने का इंतजार किया. धीरे-धीरे £1,000, £5,000, यहां तक की £10,000 के आंकड़े को भी पार कर गई. फिर फाइनली मुझे 29 लाख 23 हजार रुपए की बोली पर इसे बेचना पड़ा.
Tags: Ajab Bhi Ghazab Bhi, Khabre jara hatke, OMG News
FIRST PUBLISHED : October 4, 2024, 11:40 IST
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