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राजकीय मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल में लगाया ऐग्जीबिशन।
करनाल जिले के घरौंडा में लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए एक अनोखी पहल की गई है। पहली बार यहां इलेक्शन ऐग्जीबिशन का आयोजन किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य वोट प्रतिशत बढ़ाना है।
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इस ऐग्जीबिशन में वोट करने के बाद ही एंट्री दी जाएगी, जिससे मतदाता मतदान के महत्व को और बेहतर तरीके से समझ सकें। इस तरह की पहल से न केवल मतदाताओं को जागरूक किया जाएगा। बल्कि मतदान के प्रति उनकी जिम्मेदारी का भी एहसास होगा। इससे उम्मीद की जा रही है कि इस बार वोट प्रतिशत में भी वृद्धि होगी और अधिक से अधिक लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
घरौंडा के राजकीय मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल को मॉडल बूथ बनाया गया है। जहां पर एक विशेष कमरे में ऐग्जीबिशन लगाई गई है। इस ऐग्जीबिशन में मतदाता को प्रोजेक्ट और मॉडल के जरिए बताया जाएगा कि मतदान क्यों जरूरी है।
मतदाताओं को यहां पर एक विशेष वीडियो क्लिप भी दिखाई जाएगी, जिसमें मताधिकार का महत्व समझाया जाएगा। इसके अलावा मतदाताओं को यह जानकारी भी दी जाएगी कि हमारे देश के पहले इलैक्शन कमिश्नर कौन थे। पहले के मतदान और आज की प्रक्रिया में कितना बदलाव आया है।
छात्रों द्वारा बनाए गए चार्ट
स्कूल के प्रिंसिपल इंद्रजीत कालिया ने बताया कि इस ऐग्जीबिशन में छात्रों द्वारा बनाए गए चार्ट भी प्रदर्शित किए गए हैं। जिनमें दिव्यांग जनों की मतदान में भागीदारी को दिखाया गया है। यह चार्ट उन लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेंगे, जो अक्सर वोटिंग के दिन छुट्टियां मनाने कहीं बाहर चले जाते हैं। प्रदर्शनी में भारत निर्वाचन आयोग का एक मॉडल भी रखा गया है। एक एलईडी स्क्रीन के माध्यम से मताधिकार के महत्व पर आधारित क्लिप चलाई जाएगी।
मतदान के बाद ही मिलेगी एंट्री
इलेक्शन एग्जीबिशन में एंट्री उन्हीं वोटर्स को मिलेगी, जो अपने बूथ में वोट डालकर आए होंगे। प्रिंसिपल कालिया ने बताया कि इस प्रदर्शनी को बनाने वाले छात्रों को भी इस पहल से प्रेरित किया गया है, ताकि वे अपने आसपास के लोगों को मतदान के महत्व और इस अनोखी एग्जीबिशन के बारे में जागरूक कर सकें। घरौंडा स्कूल में पांच मॉडल बूथ बनाए गए हैं, और इस पूरी प्रदर्शनी का आयोजन जिला प्रशासन के निर्देशों पर किया गया है। एनसीसी वॉलिंटियर्स भी इस दौरान मतदान प्रक्रिया में सहायता प्रदान करेंगे।
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