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दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के कालिंदी कुंज इलाके में गुरुवार तड़के एक नर्सिंग होम के अंदर एक डॉक्टर की गोली मारकर हत्या करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस ने कथित तौर पर इस अपराध के लिए एक 16 साल के नाबालिग लड़के को गिरफ्तार किया है।
दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के कालिंदी कुंज इलाके में गुरुवार तड़के एक नर्सिंग होम के अंदर एक डॉक्टर की गोली मारकर हत्या करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस ने कथित तौर पर इस अपराध के लिए एक 16 साल के नाबालिग लड़के को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने बताया कि पकड़ा गया किशोर एक दूसरे किशोर के साथ इलाके के खड्डा कॉलोनी की एक संकरी गली में स्थित तीन बिस्तरों वाले नीमा अस्पताल में रात करीब एक बजे फर्स्ट ऐड के लिए आया था। इसके बाद उसने कथित तौर पर यूनानी चिकित्सक (बीयूएमएस) डॉ. जावेद अख्तर की गोली मारकर हत्या कर दी।
पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी, जिसकी उम्र करीब 16 साल है, ने कथित तौर पर अपराध करने के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपनी फोटो अपलोड की। जिसके कैप्शन में लिखा, ‘कर दिया 2024 में मर्डर।’ सूत्रों ने बताया कि पुलिस ने मामले के सिलसिले में नर्सिंग होम की एक महिला नर्स और उसके पति से भी पूछताछ की है। ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर (दक्षिणी रेंज) एसके जैन ने कहा कि यह हत्या एक ही इलाके में रहने वाले दो लड़कों द्वारा की गई टारगेट किलिंग थी।
जैन ने बताया कि आरोपियों में से एक को हापुड़ से गिरफ्तार किया गया, लेकिन फिलहाल अपराध के पीछे का मकसद पता नहीं चल पाया है। उन्होंने कहा कि टीमें दूसरे आरोपी को पकड़ने की कोशिश कर रही हैं, जो नाबालिग लग रहा है। दोनों ने ड्रेसिंग के लिए एक कंपाउंडर से मुलाकात की और बाद में यूनानी चिकित्सक को उनके केबिन में गोली मार दी। गिरफ्तार किशोर ने कथित तौर पर डॉक्टर पर गोली चलाई थी। जैन ने बताया कि उसकी हरकत नर्सिंग होम में लगे सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गई है।
अधिकारी ने बताया कि छह टीमें बनाई गईं और नर्सिंग होम के अंदर और आसपास के इलाके से सीसीटीवी फुटेज जुटाए गए। उन्होंने बताया कि क्राइम ब्रांच की टीमों ने भी मुख्य आरोपी को पकड़ने में मदद की। दूसरे पुलिस अधिकारी के अनुसार, अख्तर को नर्सिंग होम के अंदर कुर्सी पर सिर से खून बहता हुए देखा गया था। उनके परिवार में पत्नी जो यूनानी डॉक्टर भी हैं, और दो बच्चे हैं। परिवार शाहीन बाग में रहता था। अधिकारी ने कहा कि दो आरोपियों में से एक ने गोली चलाने से पहले कंपाउंडर से अपने पैर की अंगुली पर पट्टी बंधवाई थी।
नर्सिंग होम के कर्मचारी आबिद ने बताया कि अख्तर पिछले दो साल से वहां काम कर रहे थे। घटना वाले दिन उनकी ड्यूटी बुधवार रात 8 बजे शुरू हुई थी। नाइट ड्यूटी पर मौजूद नर्सिंग स्टाफ गजाला परवीन और मोहम्मद कामिल ने गोली चलने की आवाज सुनी। परवीन केबिन के अंदर पहुंची और देखा कि अख्तर खून से लथपथ बैठे हुए थे। अधिकारी ने कहा, ‘यह बिना उकसावे के चलाई गई गोली थी। यह भी पता चला है कि आरोपी ने एक दिन पहले ही रेकी की थी।’
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