[ad_1]
ईरान के मिसाइल हमले के बाद से इजरायल पूरी तरह से बौखला चुका है. उसने जवाबी कार्रवाई करने का ऐलान किया है. हालांकि, अभी तक ये पता नहीं चल पाया है कि इजरायल का अगला स्टेप क्या होगा? लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि इजरायल ईरान को आर्थिक चोट पहुंचाने के मूड में हैं.
इसके लिए वो अपना निशाना उसकी ऑइल फैसिलिटी पर कर सकता है. ऐसी स्थिति में वो उसके सबसे मुख्य धन स्त्रोत यानी तेल के कुएं को अपना टारगेट बना सकता है. द सन की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इजरायल पूरी तरह से आर-पार के मूड में हैं. इसके लिए वो कोई भी कसर नहीं छोड़ने वाला है. इसका नतीजा बीते हमलों से पता चलता है, जब उसने हिज्बुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह को हवाई हमले में मार गिराया. इसकी वजह से ईरान भी तैश में दिख रहा है. इसी वजह से उसने 200 मिसाइल हमला करके इजरायल को सबक सिखाने की हिम्मत दिखाई.
ईरानी तेल के कुंए बर्बाद करना चाहता है इजरायल?
लेकिन अब इजरायल उसके पैसे कमाने के सबसे मुख्य जरिए तेल के कुएं को बर्बाद करना चाहता है. रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान के महत्वपूर्ण खर्ग द्वीप पर इजरायल की निगाहें टिक गई है, जहां से वो देश का 95 फीसदी तेल निर्यात करता है. इस खजाने को अगर इजरायल बर्बाद कर देता है तो ईरान पूरी तरह से घुटने पर आ जाएगा.
खर्ग द्वीप क्यों है ईरान के लिए खास?
ईरान के तट से 25 किमी दूर स्थित फारस की खाड़ी में खर्ग मौजूद है. ये वही जगह हैं, जहां से ईरान अपने देश का 95 फीसदी तेल एक्सपोर्ट करता है. मौजूद खतरे के देखते हुए दुनिया में तेल की कीमतों में भी उछाल देखा गया और 2 फीसदी दाम बढ़ गए. खर्ग के बारे में रिसर्च करने वाले एली डेविड कहते हैं कि ईरान हर रोज तीन मिलियन बैरल तक तेल का उत्पादन कर रहा है. इस वजह से खर्ग द्वीप ईरान के लिए काफी मायने रखता है.
ये भी पढ़ें: Exclusive: ‘इजरायल देश नहीं, वो तो US की…’, तनातनी के बीच ईरान के राजदूत डॉ इराज इलाही का बयान
[ad_2]
Source link