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जोधपुर से दिल्ली सराय रोहिल्ला जा रही ट्रेन में एक महिला ने नवजात को जन्म दिया। दरअसल महिला मेड़ता रोड से अलवर जा रही थी अचानक तबीयत बिगड़ी और प्रसव पीड़ा होने लगी। ट्रेन में उपस्थित टीटी ने सूझबूझ से डॉक्टर को बुलाया और नजदीकी स्टेशन पर ट्रेन को रुकवाय
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उत्तर पश्चिम रेलवे के सीटीआई जगदीश पाल की सूझबूझ से प्रसूता की जान बची। रेल संख्या 22481 जोधपुर दिल्ली सराय रोहिल्ला के साधारण कोच में यात्रा कर रही महिला यात्री ज्योति मेड़ता रोड जंक्शन से ट्रेन में बैठी। ट्रेन में बैठने के कुछ देर बाद उसकी अचानक तबीयत बिगड़ गई।
महिला को एम्बुलेंस से रतनगढ के स्थानीय अस्पताल पहुंचाया गया।
जिसकी जानकारी सीटीआई जगदीश पाल को मिली उसने तुरंत ट्रेन में यात्रा कर रहे यात्रियों की लिस्ट खंगाली उन्होने तुरंत प्रभाव से ए 01 / 33 सीट कोच में यात्रा कर रही डॉक्टर अंजलि से संपर्क साधते हुए रतनगढ़ रेलवे स्टेशन पर ट्रेन को रुकवा कर उस प्रसूता का प्रसव करवाया। प्रसव के चलते ट्रेन को रतनगढ स्टेशन पर रुकवाया। जिसके कारण रेल को एक घंटे के लिए स्टेशन पर खड़ी रही। डॉक्टर अंजली के काफी प्रयास के बावजूद नवजात को बचा नहीं पाई । प्रसूता ज्योति को रतनगढ में स्थानीय अस्पताल में एम्बुलेंस के माध्यम से पहुंचाया गया। टीटी जगदीश पाल ने बताया कि महिला 7 माह से प्रेग्नेट थी। वह मेड़ता से रेवाड़ी जा रही थी। कल रात बारह बजे ट्रेन में जानकारी मिली तब यात्री चार्ट में डॉक्टर की तलाश कर ए कोच में डॉक्टर अंजलि का नाम देख उन्हें कॉल किया वह तुरंत जनरल डिब्बे में आई और प्रसव करवाया। महिला का अस्पताल में भर्ती करवाया गया वह स्वस्थ है।
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