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पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य विभाग को आरजी अस्पताल मामले के बाद सरकारी मेडिकल कॉलेजों में धमकी संस्कृति और परीक्षा प्रणाली में अनियमितताओं के खिलाफ कई छात्र शिकायतें मिली हैं। सभी शिकायतें राज्य स्तरीय…
कोलकाता, एजेंसी। पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य विभाग को आरजी अस्पताल मामले के बाद विभिन्न सरकारी मेडिकल कॉलेजों में कथित धमकी संस्कृति और परीक्षा प्रणाली में अनियमितताओं के बारे में छात्रों से कई शिकायतें मिली हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। सभी शिकायतों को राज्य स्तरीय शिकायत निवारण समिति को भेजा गया है। इस समिति का गठन राज्य सरकार ने जूनियर डॉक्टरों के आंदोलन के बाद मंगलवार शाम को किया था। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि हमारे पास सटीक संकलित आंकड़े नहीं हैं, लेकिन हमने सभी शिकायतों को राज्य स्तरीय शिकायत निवारण समिति को भेजा है।
छह अस्पतालों से शिकायतें आईं
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि राज्य द्वारा संचालित 25 मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में से छह से शिकायतें आई हैं। अधिकारी ने कहा कि पिछले महीने के आखिर से ही जूनियर डॉक्टरों के आंशिक रूप से काम पर लौटने के बाद से शिकायतें आनी शुरू हो गई हैं। कुछ शिकायतें सीधे राज्य के स्वास्थ्य सचिव को भेजी गईं और कुछ राज्य स्वास्थ्य विभाग मुख्यालय को। कई अन्य शिकायतें स्वास्थ्य सेवा निदेशक को भी भेजी गईं।
40 डॉक्टर छह महीने के लिए निलंबित
अधिकारियों के अनुसार, नादिया जिले के कॉलेज ऑफ मेडिसिन और जेएनएम अस्पताल में साथी छात्रों को धमकाने के आरोपों के बाद 40 डॉक्टरों को छह महीने के लिए निलंबित कर दिया गया। उन्हें केवल परीक्षा के लिए परिसर में आने की अनुमति दी गई। जूनियर डॉक्टरों के प्रदर्शन के बाद, उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज के पांच छात्र डॉक्टरों को कथित मनमानी और कदाचार में संलिप्तता के कारण छह महीने के लिए निलंबित कर दिया गया।
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