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दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता ने बुधवार को दावा किया कि दिल्ली सरकार के सतर्कता विभाग को दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) में कथित ‘वित्तीय अनियमितताओं’ की जांच सौंपी गई है।
दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता ने बुधवार को दावा किया कि दिल्ली सरकार के सतर्कता विभाग को दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) में कथित ‘वित्तीय अनियमितताओं’ की जांच सौंपी गई है। हालांकि संबंधित अधिकारियों ने भाजपा नेता के दावे की फिलहाल कोई पुष्टि नहीं की है।
गुप्ता ने इससे पहले डीजेबी में कथित ‘वित्तीय अनियमितताओं’ को लेकर केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) में शिकायत दर्ज कराई थी और इसे दिल्ली के मुख्य सचिव को भेजा गया था। भाजपा नेता ने एक बयान में कहा, ‘मुख्य सचिव, जो दिल्ली सरकार के मुख्य सतर्कता अधिकारी भी हैं, ने जांच प्रक्रिया शुरू करने के लिए सतर्कता विभाग के प्रधान सचिव को सभी संबंधित दस्तावेज सौंप दिए हैं।’
अपनी शिकायत में गुप्ता ने डीजेबी में कई तरह की अनियमितताओं का आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि 2015 में जब आम आदमी पार्टी (आप) सत्ता में आई थी, तब से बोर्ड को आवंटित 28,400 करोड़ रुपये का कोई हिसाब उपलब्ध नहीं है, क्योंकि एजेंसी ने बैलेंस शीट नहीं रखी। पैसे कहां खर्च हुए इसका कोई रिकॉर्ड नहीं है। वहीं सत्तारूढ़ आप ने आरोप लगाया कि भाजपा ने दिल्ली जल बोर्ड के सभी कामों को ‘रोक’ दिया है, जिससे शहर के लोगों को सीवेज और पानी की आपूर्ति की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
आप ने आरोप लगाया, ‘भाजपा ने सीवर और पाइपलाइन परियोजनाओं के लिए फंड रोककर डीजेबी में जानबूझकर आर्टिफिशियल संकट पैदा करने की कोशिश की। निर्वाचित सरकार द्वारा 7,000 करोड़ रुपये से अधिक का बजट आवंटित करने के बावजूद, भाजपा ने फंड में बाधा डालकर जल बोर्ड को पंगु बनाने की कोशिश की। भाजपा आप के खिलाफ चाहे जितनी भी जांचें शुरू कर दे, लेकिन उसे लोगों से हमेशा एकमत जवाब मिलेगा कि आप सरकार पूरी तरह ईमानदार है।’ गुप्ता ने कहा कि जांच पूरी होने के बाद आप नेताओं से जुड़ी ‘भ्रष्टाचार की कहानी’ सामने आएगी और उनकी ईमानदारी के दावों की पोल खुल जाएगी।
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