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इंदौर रीजनल डेवलपमेंट एंड इन्वेस्टमेंट प्लान बनाने की दिशा में गुरुवार का दिन अहम होने जा रहा है। इस प्लान को बनाने के लिए पिछले महीने टेंडर जारी किए गए थे। प्राप्त टेंडर्स को खोला जाएगा। सभी टेंडर की स्टडी करने के बाद संभागायुक्त, कलेक्टर, निगमायुक्
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रीजनल प्लान का सबसे बड़ा हिस्सा इंदौर जिले का होगा। बिचौली हप्सी, देपालपुर, हातोद, इंदौर, कनाडि़या, खुड़ैल, मल्हारगंज, महू, राऊ, सांवेर तहसील को शामिल किया गया। वहीं उज्जैन जिले के कोठी महल और सिटी को शामिल किया गया। देवास जिले की बात की जाए तो बागली, हाटपीपल्या और देवास सिटी का हिस्सा शामिल रहेगा। वहीं धार जिले में धार सिटी और पीथमपुर शामिल रहेगा।
सीएम इंदौर को देवास, उज्जैन व धार से जोड़कर प्लान बनाने के दे चुके हैं निर्देश
सीईओ रामप्रकाश अहिरवार के मुताबिक गुरुवार को आईडीए की बोर्ड बैठक में टेंडर ओपन किए जाएंगे। इसके बाद तकनीकी चरण पूरे करने के बाद फर्म को फाइनल कर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इंदौर और उसके आसपास के शहरों को मिलाकर रीजनल डेवलपमेंट और इन्वेस्टमेंट प्लान बनाने के निर्देश दिए थे। इसी के तहत टेंडर जारी किए गए थे।
दरअसल, इंदौर से जुड़े शहरों में भी एक जैसा विकास हो, इसके लिए देवास, उज्जैन और धार जिले को भी शामिल किया गया। आवासीय, व्यवसायिक और इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट के साथ ही अन्य विकास कार्य इस प्लान के जरिए एक जैसे हो सकेंगे। वहीं आसपास के जिलों से पलायन के बाद जो भार इंदौर पर पड़ रहा है वह भी कुछ हद तक कम हो जाएगा।
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