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Rebellion Against Pakistan Government : भारत के खिलाफ साजिश रचने वाले पाकिस्तान में विद्रोह के बादल मंडरा रहे हैं. बलूचिस्तान के बाद अब खैबर-पख्तूनख्वा में भी लोगों ने सरकार के खिलाफ विद्रोह का ऐलान कर दिया है. इसके बाद से इस्लामाबाद में बैठी शहबाज शरीफ सरकार डरी हुई है. असल में खैबर-पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर और इमरान खान की पार्टी पीटीआई के नेता ने विद्रोह का ऐलान कर दिया है. अली अमीन गंडापुर ने गोली का जवाब गोली से देने की बात कही हैं. ये पूरा मामला रावलपिंडी में पुलिस और पीटीआई कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प के बाद शुरू हुआ है.
‘तुम एक गोली मारोगे तो हम 10 गोली चलाएंगे’
खैबर-पख्तूनख्वा के सीएम अली अमीन गंडापुर रविवार को हुई झड़प को लेकर दावा किया है कि, उनकी पार्टी के तीन कार्यकर्ताओं पर गोलियां चलाई गई हैं. इसके अलावा एक कार्यकर्ता लापता है. गंडापुर ने कहा कि पंजाब पुलिस ने हर तीन किलोमीटर पर हम पर गोले और गोलियां चलाई, जिसमें 50 से अधिक पीटीआई कार्यकर्ता घायल हो गए.
वीडियो संदेश के जरिए दी ‘आखिरी वार्निंग’
गंडापुर रविवार को रावलपिंडी में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के विरोध प्रदर्शन में शामिल होने पहुंचे थे. लेकिन उन्हें विरोध प्रदर्शन में शामिल नहीं होने दिया गया. इसके बाद वहां पर पुलिस और पीटीआई कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई. गंडापुर ने अगले दिन पेशावर से एक वीडियो संदेश के जरिए कहा कि अगर तुम एक गोली मारोगे तो हम तो हम 10 गोली चलाएंगे, गोली का जवाब गोली और लाठी का जवाब लाठी से दिया जाएगा.’ उन्होंने कहा कि ‘ये आखिरी वार्निंग है.
युद्ध के मैदान में बदला रावलपिंडी
पीटीआई की तरफ से रावलपिंडी में बड़ा प्रदर्शन किया गया, इसी बीच पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी झड़पें शुरू हो गई, जिससे हालात बिगड़ने लगे और रावलपिंडी शहर युद्ध के मैदान में बदल गया. पीटीआई नेता आजम स्वाती की अपील के बाद प्रदर्शनकारी पीछे हटे. गंडापुर ने कहा कि उनके साथ गलत हुआ है. उनकी निजता का हनन किया गया है.
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