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Stray Dogs bite in Delhi: दिल्ली में आवारा कुत्तों पर एक हैरान करने वाली जानकारी सामने आई है। इसके मुताबिक, दिल्ली में पिछले 15 वर्षों से लावारिस कुत्तों का सर्वे नहीं हुआ है। क्या कहते हैं आंकड़े…
दिल्ली में बीते 15 वर्षों से लावारिस कुत्तों का सर्वे नहीं हुआ है। इससे पहले वर्ष 2009 में संयुक्त नगर निगम के कार्यकाल में एक साथ पूरी दिल्ली में लावारिस कुत्तों का सर्वे किया गया था। उस समय पांच लाख 60 हजार लावारिस कुत्तों की संख्या सर्वे में सामने आई थी। वर्ष 2012 में संयुक्त निगम को तीन निगमों में विभाजित कर दिया गया था। इसके बाद दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने लावारिस कुत्तों के सर्वे के लिए कई प्रयास किए। कुछ जगहों पर सर्वे भी किया। लेकिन एक साथ पूरी दिल्ली में 2009 के बाद लावारिस कुत्तों का सर्वे नहीं हुआ। अब संयुक्त दिल्ली नगर निगम ने फिर से लावारिस कुत्तों के सर्वे की योजना बनाई है।
क्या है योजना?
इससे पहले कई बार यह योजना आगे नहीं बढ़ सकी। अब निगम प्रशासन ने जल्द से जल्द इस योजना पर कार्य शुरू करने की तैयारी कर ली है। इस संबंध में निगम के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि निगम के पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की टीमें अन्य एनजीओ व पशु चिकित्सा पर काम कर रहे लोगों के साथ मिलकर लावारिस कुत्तों का सर्वे करेंगे। इसके लिए विस्तृत कार्य योजना भी बनाई जा रही है। अगले वर्ष मार्च तक इसके लिए कुछ बेहतर परिणाम भी सामने लाने का लक्ष्य तय कर रहे हैं।
इतनी जगहों पर बंध्याकरण केंद्र
अधिकारियों के अनुसार दिल्ली में अभी लावारिस कुत्तों के बंध्याकरण के 16 केंद्र हैं। इसमें द्वारका सेक्टर-29, उस्मानपुर, रोहिणी सेक्टर-27 आदि में लावारिस कुत्तों के लिए बंध्याकरण केंद्र चलाए जा रहे। निगम प्रशासन जल्द ही कुछ और नए केंद्र स्थापित करेगा। इसके लिए जगहों को भी चिन्हित कर लिया गया है।
बंध्याकरण के आंकड़े
निगम के अधिकारियों के अनुसार अक्टूबर 2022 से लेकर मार्च 2024 के दौरान 1,03,221 लावारिस कुत्तों का बंध्याकरण किया गया। इससे पहले अप्रैल 2021 से मार्च 2022 तक 83461 बेसहारा कुत्तों का बंध्याकरण किया गया। दिसंबर में निगम के नए वित्तीय वर्ष के बजट को प्रस्तुत करने के दौरान लावारिस कुत्तों के बंध्याकरण की पूरी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।
वर्ष कुत्तों के काटने के मामले
2018 21,379
2021 7,950
2022 51,206
2023 68,689
2024 44,995 (अगस्त माह तक)
(नोट – यह आंकड़े दिल्ली नगर निगम के पांच अस्पतालों और 19 पॉलिक्लिनिक व पार्थमिक अर्बन स्वास्थ्य केंद्रों के हैं।)
इन निगम के अस्पतालों में लगती है वैक्सीन
निगम के पांच अस्पतालों में और 19 पॉलीक्लिनिक और पार्थमिक अर्बन स्वास्थ्य केंद्रों में कुत्तों के काटने के मरीजों को एंटी रेबीज वैक्सीन लगाई जाती है। निगम के हिंदू राव अस्पताल, स्वामी दयानंद अस्पताल, माता गुजरी अस्पताल, पूर्णिमा सेठी मल्टीस्पेशलिटी (पीएसएमएस) अस्पताल और महर्षि वाल्मीकि संक्रामक रोग (एमवीआईडी) अस्पताल में यह वैक्सीन लगती है।
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