[ad_1]
इन दोनों की मौत। दायीं तरफ सरस्वती व बायीं तरफ वीरवती।
अलवर शहर में शनिवार दोपहर करीब 1 बजे शिवाजी पार्क थाना क्षेत्र में दशहरा मैदान के पास बहरोड़ रोड पर तेल से भर टैंकर बाइक को 200 मीटर तक कुचलते हुए ले गया। बाइक पर युवक अपनी पत्नी व बहन को एग्जाम दिलाने जा रहा था। साथ में 9 महीने की बेटी भी थी। हादसे म
.
अलवर के शिवाजी पार्क थाना प्रभारी राजपाल सिंह ने बताया कि ट्रैफिक पुलिस के हैड कांस्टेबल गिर्राज सिंह का बेटा शैलेंद्र (27) उसकी पत्नी वीरवती (26), बहन सरस्वती (23) को स्कूटी से लेकर एग्जाम सेंटर पर छाेड़ने जा रहा था। ये विजय मंदिर थाना क्षेत्र के अपने गांव टेहडपुर से आए थे। अलवर शहर में प्रवेश करने के बाद दशहरा मैंदान के पास तेल वाले टैंकर ने पीछे से कुचल दिया और करीब 200 मीटर तक घसीटता ले गए। पीछे से टक्कर होने के कारण युवक शैलेंद्र की पत्नी वीरवती व बहन सरस्वती की मौत हो गई। वहीं 9 महीने की बेटी वंशिका व युवक शैलेंद्र गंभीर घायल हैं। जिनमें पैर व हाथ फ्रैक्चर हुए हैं। दोनों का जिला अस्पताल में इलाज जारी है।
अलवर के अस्पताल में घायल शैलेंद्र, उसकी बेटी अंशिका। पास में खड़े हैं हैड कांस्टेबल गिर्राज।
CET का एग्जाम देने जा रहे थे
युवक शैलेंद्र की पत्नी वीरवती का देसूला में CET का एग्जाम था और बहन सरस्वती का एग्जाम सेंटर मालाखेड़ा थो। ये करीब साढ़े 12 बजे अलवर शहर से निकल रहे थे। दूसरी पारी में परीक्षा थी। उससे पहले ही टैंकर ने कुचल दिया। घटना के बाद अलवर शहर में ही शैलेंद्र के पिता हैड कांस्टेबल गिर्राज ड्यूटी कर रहे थे। पता चलते ही अस्पताल में आए।
पुलिस करीब 30 मिनट बाद पहुंची
आसपास के लोगों ने बताया कि घटना करीब साढ़े 12 बजे के आसपास की है। करीब 30 मिनट बाद में पुलिस की टीम पहुंची है। टैंकर के नीचे बाइक फंसी मिली। टक्कर से चारों दूर-दूर जाकर गिरे। कुछ मिटर दूरी तक घिसटते भी गए। 9 महीने की बालिका को पैर में फ्रैक्चर हैं। शैलेंद्र के पैर फ्रैक्चर हैं।
टैंकर में फंसी बाइक। आसपास भीड़ जमा हो गई।
2021 में शादी हुई थी
वीरवती व शैलेंद्र की 2021 में शादी हुईथी। हैड कांस्टेबल गिर्राज के चार बच्चे हैं। अब बेटी व पुत्रवधु की मौत होने से घर में कोहराम मच गया। पूरे गांव में शोक छा गया। बेटा व पौता घायल हैं। जिनको हैड कांस्टैबल ने अस्पताल में जाकर संभाला।
NO एंट्री जोन में ओन से हादसा
नो एंट्री जोन में भारी वाहन आना प्रतिबंधित है। यह नो एंट्री जोन ही था और दोपहर में टैंकर इधर से नहीं आ-जा सकते। कहीं न कहीं पुलिस की लापरवाही है। वैसे भी यह तेल का टैंकर था। हादसा भी बड़ा हो गया। जनता में गुस्सा था। किसी ने सोचे समझे बिना आग दिखा दी होती तो बड़ा हादसा होने का डर था। इस हादसे में कई जगहों पर लापरवाही रही है। जिसकी जांच होने पर दोषियों के खिलाफ भी एक्शन लिया जाना चाहिए। वैसे ड्राइवर को भी लोग नशे में होना बता रहे थे।
[ad_2]
Source link