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Jharkhand Weather: झारखंड के कई जिले शुक्रवार को बारिश से बेहाल रहे। भारी बारिश से संताल के कई जिलों में दर्जनों घर क्षतिग्रस्त हो गए। वहीं विभिन्न जिलों में तीन लोगों की मौत हो गई। शुक्रवार को सबसे अधिक बारिश दुमका में 120 मिमी दर्ज की गई।
Jharkhand Weather: झारखंड के कई जिले शुक्रवार को बारिश से बेहाल रहे। भारी बारिश से संताल के कई जिलों में दर्जनों घर क्षतिग्रस्त हो गए। वहीं विभिन्न जिलों में तीन लोगों की मौत हो गई। गोड्डा में मिट्टी की दीवार गिरने से एक बच्चे की मौत हो गई। वहीं पूर्वी सिंहभूम के बोड़ाम में वज्रपात से खेत में काम कर रहे किसान की मौत हो गई। सिमडेगा जिले ठेठईटांगर थाना क्षेत्र के मतरामेटा गांव में वज्रपात में एक ग्रामीण की मौत हो गई।
इधर, बारिश के दौरान लातेहार के महुआडांड़ प्रखंड स्थित ओरसा पंचायत के अंबाकोना मध्य विद्यालय की छपड़ी बारिश में गिर गई। हालांकि इसमें किसी के हताहत की सूचना नहीं है। शुक्रवार को सबसे अधिक बारिश दुमका में 120 मिमी दर्ज की गई। राज्य में आज भी कुछ जगहों पर गरज के साथ बारिश और कहीं-कहीं वज्रपात का येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के अनुसार, राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान संताल के साहिबगंज में 114.5 मिमी, लातेहार के महुआडांड़ में 93.4 मिमी, नंदाडीह 78.0 और रामगढ़ में 54.8 मिमी बारिश हुई।
डालटनगंज में 32.0 मिमी, हजारीबाग में 20.5 मिमी, धनबाद में 16.0 और रांची में 5.4 मिमी बारिश समेत राज्य के अन्य हिस्सों में हल्के से मध्यम स्तर की बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार गुजरात से लेकर बिहार तक एक टर्फ लाइन (छोटे निम्न दबाब वाले क्षेत्र) बना हुआ है। यह मध्य प्रदेश के दक्षिणी भाग में कायम है। इससे बारिश हो रही है। उधर, संताल में तीन दिनों से हो रही बारिश से जनजीवन प्रभावित है। उन्होंने बताया कि राज्य में अगले 24 घंटों के दौरान कुछ जगहों पर बारिश होने की संभावना है। जबकि कहीं-कहीं गरज के साथ वज्रपात होने की संभावना है।
भागलपुर-गोड्डा मार्ग बाधित, मसानजोर डैम का जलस्तर 390.5 फीट पहुंचा
संताल-कोयलांचल में तीन दिनों से हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। गुमानी नदी उफान पर है। बरहड़वा को बाढ़ से बचाने के लिए गुमानी बराज के एक फाटक को बंद कर दिया गया है। अभी आठ में से सिर्फ चार फाटक से ही पानी निकल रहा है। राहत की बात है कि गंगा नदी का पानी घटने लगा है। गोड्डा के बिहार और झारखंड बॉर्डर पंजवारा में चिर नदी का पानी भी उफान पर है। नदी के डायवर्सन पर पानी चढ़ने के कारण क्षतिग्रस्त हो गया है। इसके चलते गोड्डा-भागलपुर मुख्य मार्ग बाधित हो गया है।
दुमका में मसानजोर डैम का जलस्तर बढ़कर 390.5 फीट हो गया है। खतरे को देखते हुए डैम का एक फाटक खोल दिया गया है। छोड़ा गया पानी पश्चिम बंगाल के तिलपड़ा बैराज में स्टोर किया जा रहा है। बोकारो और गिरिडीह में भी जलजमाव के कारण लोगों को परेशानी हुई। गरगा डैम का जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है। फिलहाल डैम का जलस्तर 766 मीटर तक पहुंच गया है। लेकिन डैम के दो फाटक पूर्व से खुले रहने के कारण स्थिति नियंत्रण में है। धनबाद में भी बारिश से कई जगह सड़कों पर जलजमाव हो गया है। झरिया में सुबह राजापुर ओपन कास्ट परियोजना में लैंड स्लाइडिंग होने से तीन मजदूर घायल हो गए हैं।
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