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दिल्ली की हवा में सुधार देखा जा रहा है। वायू की गुणवत्ता खराब श्रेणी से मध्यम स्तर पर आ गई है, लेकिन सर्दियां आने का संकट भी गहराता दिखाई पड़ रहा है।
दिल्ली में वायु गुणवत्ता में गुरुवार को सुधार हुआ और एक्यूआई 121 पर पहुंच गया। इस कारण दिल्ली की वायू गुणवत्ता मध्यम श्रेणी में आ गई। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में हल्की बारिश होने का अनुमान लगाया है। इस कारण वायु गुणवत्ता में सुधार बने रहने की संभावना है, हालाँकि जैसे-जैसे सर्दी आ रही है वैसे-वैसे वायु गुणवत्ता और खराब होने की आशंका लगातार बनी हुई है।
बुधवार को दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने वायु प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए 21 सूत्री शीतकालीन कार्य योजना की घोषणा की। मंत्री ने बताया कि सरकार जिन उपायों को अपनाने की योजना बना रही है, उनमें ड्रोन शामिल हैं जो वायु प्रदूषण के हॉटस्पॉटों की निगरानी करेंगे तथा सड़क सफाई मशीनों का उपयोग करके धूल-रोधी अभियान चलाएंगे।
इन उपायों में पटाखों पर बैन लगाने की भी बात कही गई है। साथ ही छह सदस्यों वाला एक विशेष टास्क फोर्स गठित किया जाएगा। यह दिल्ली सरकार 1 से 15 नवंबर तक शहर के AQI में सुधार के लिए कृत्रिम वर्षा की भी तैयारी कर रही है, क्योंकि दिवाली और पराली जलाने के कारण प्रदूषण बहुत अधिक होता है।
आपको बता दें कि 0-50 तक के एक्यूआई को “अच्छा”, 51-100 तक को “संतोषजनक”, 101-200 तक को “मध्यम”, 201-500 तक को “खराब”, 301-400 तक को “बहुत खराब” और 400 से अधिक को “गंभीर” श्रेणी में रखा जाता है। लगातार बारिश न होना वायु गुणवत्ता के बिगड़ने का एक कारण रहा है। 21 सितंबर को AQI बढ़कर 116 हो गया, फिर 22 सितंबर को 164, 23 सितंबर को 167 और 24 सितंबर को 197 तक पहुंच गया।
स्काईमेट मौसम विज्ञान के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने हिंदुस्तान टाइम्स के एक रिपोर्टर से कहा, “हम धीरे-धीरे प्रदूषण में वृद्धि देख रहे हैं क्योंकि राजधानी में प्रदूषक जमा हो रहे हैं। दिन के समय, आप धूल का उड़ना भी देख रहे हैं क्योंकि मिट्टी फिर से सूख गई है।”
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