[ad_1]
जिले के छपारा नगर परिषद क्षेत्र में निर्माण कार्य कर रहे ठेकेदार टेंडर जारी होने के एक वर्ष बीत जाने के बाद भी काम शुरू नहीं कर रहे हैं। इससे वार्ड के विकास कार्य रुके हुए हैं। अब ऐसे ठेकेदारों पर गाज गिरने वाली है।नगर परिषद के अधिकारी का कहना है कि
.
छपारा निवासी अमित श्रीवास्तव, हेमंत पंचेश्वर अजहर खान सहित अन्य लोगो ने बताया की छपारा क्षेत्र में ठेकेदार टेंडर वर्क का काम ले लेते हैं। साथ ही नगर परिषद द्वारा उन कामों का भूमि पूजन कर दिया जाता है, किंतु सालों से ठेकेदार उन कामों को नहीं करते है। तकनीकी रूप से टेंडर वर्क में निर्माण कार्य करने का समय निर्धारित रहता है।इसके बाद भी ठेकेदार निर्धारित समय के बाद तक कार्य करते हैं।
बीते वर्ष नगर में कांजी हाउस का निर्माण, वार्ड नंबर 14 के मोक्षधाम जाने वाले मार्ग पर सीसी सड़क का निर्माण के साथ ही नगर के अब्दुल कलाम वार्ड में सीसी सड़क का निर्माण कार्य का टेंडर दिया गया था।टेंडर के होने के एक वर्ष बाद भी ठेकेदार ने काम शुरू नहीं कराया है। जब वार्ड वासी इन कामों के विषय में पूछते हैं तो कहते हैं बस एक दो दिन में काम चालू कर रहे है।
वार्ड के लोगों ने यह भी बताया कि ठेकेदारों पर प्रशासनिक कोई दबाव नहीं होने के कारण वह कामों को चालू नही कर रहे हैं। इसके अलावा लगभग आठ माह पहले संजय कालोनी के रानी लक्ष्मी बाई वार्ड नंबर 11 में नगर परिषद के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित निर्माण समिति के सभापति और नगर परिषद के कर्मचारियों ने वार्ड की पार्षद की मौजूदगी में लगभग 16 लाख रुपए स्वीकृत कर वार्ड के बाल कुमारी डेहरिया के घर से वारिश कुरैशी के घर तक 400 मीटर नाली का भूमि पूजन किया गया था।इसका निर्माण कार्य भी चालू नहीं किया है।
इस तरह की लापरवाही के कारण वार्ड के लोगों को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल रही है।वार्डवासियों ने कहा है कि नगर परिषद के अधिकारी समय रहते ऐसे ठेकेदारों के टेंडर को निरस्त करें जो समय पर काम नहीं करते। साथ ही वार्ड वासियों ने समय रहते नाली का कार्य प्रारंभ करने की अपेक्षा व्यक्त की है।
नगर परिषद छपारा के उपयंत्री दीपक उईके का कहना है कि परिषद द्वारा संबंधित ठेकेदारो को पत्र लिखा गया है।इसके बाद भी कार्य शुरू नहीं किया गया है।आगामी बैठक में इसका निर्णय लिया जाएगा। नगर परिषद के सीएमओ श्याम गोपाल भारती का कहना है की हमारे द्वारा संबंधित ठेकेदारों को सूचना दे दी गई है।इसके बाद भी कार्य नही करने वाले ठेकेदारों को बैठक में निर्णय लेकर ब्लैक लिस्टेड किया जाएगा।
[ad_2]
Source link