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गोगुंदा के पास गांव में बच्ची को ढूंढने गए लोगों को सबसे पहले उसकी हथेली मिली और उसके आगे उसका शव मिला
उदयपुर के गोगुंदा क्षेत्र में पिछले दिनों तीन इंसानों का शिकार की घटना के बीच आज रात में लेपर्ड ने एक बालिका का शिकार कर लिया। दो दिन पहले ही दो लेपर्ड इस क्षेत्र से पिंजरे में पकड़ में आए थे तब लोगों ने राहत महसूस की लेकिन आज की घटना के बाद लोग घबरा
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बुधवार शाम करीब सात बजे गोगुंदा थाना क्षेत्र की मजावद ग्राम पंचायत के कुडाऊ गांव की भील बस्ती में एक लेपर्ड ने करीब पांच साल की बालिका सूरज पुत्री गमेर लाल गमेती पर हमला कर दिया। उस समय सूरज नाले के पास हाथ-पांव धो रही थी तब ही लेपर्ड ने उसे दबोच लिया। आस-पास खड़े बच्चों के चिल्लाने पर ग्रामीण एकत्र हो गए और वहां से सूरज को खोजने निकले।
जंगल के पास पहाड़ी इलाके में ग्रामीण पहुंचे तो थोड़ी दूरी पर बच्ची की कटी हाथ की हथेली पड़ी मिली और उससे थोड़ा आगे ढूंढ़ने पर बच्ची का क्षत विक्षत शव मिला। बताते है कि लेपर्ड ने बच्ची के चेहरे को बूरी तरह खा लिया और उसका बांया हाथ भी खा गया।
रात को गांव में पास के जंगल की तरफ बच्ची को खोजने पहुंचे ग्रामीण
रात को गोगुंदा मुख्यालय पर सूचना मिली तो थानाधिकारी शैतान सिंह मौके पर पहुंचे है। बाद में वन विभाग की टीम भी पहुंची। उल्लेखनीय है गोगुंदा थाना क्षेत्र के छाली ग्राम पंचायत के उंडीथल, भेवड़िया व उमरिया में लेपर्ड ने तीन जनों की जान ले ली है। इसके बाद चार जिलों की वन विभाग की रेस्क्यू टीमों और सेना की टीम ने सर्च ऑपरेशन चलाया था। उमरिया के समीप लगाए गए तीन पिंजरों में से दो पिंजरों में सोमवार रात को दो लेपर्ड कैद हुए थे जिन्हें मंगलवार सुबह उदयपुर के बायोलोजिकल पार्क ले गए।
अभी भी वन विभाग की 4 टीमें छाली ग्राम पंचायत क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर तैनात है और तीन जगहों पर पिंजरे लगाए हुए है।
इनपुट : लखन सालवी, गोगुंदा
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