राजेश तिवारी/अजित सिंह (संवाददाता)
ओबरा /सोनभद्र-
प्रदेश के उपभोक्ताओं को निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित कराने और अभियंताओं को विद्युत आपूर्ति/उत्पादन में विभिन्न प्रकार की आ रही व्यवहारिक समस्याओं के सार्थक समाधान को लेकर राज्य विद्युत परिषद अभियन्ता द्वारा चलाए जा रहे अभियंता संवाद कार्यक्रम के तहत मंगलवार को अभियंता संघ के केंद्रीय महासचिव इं जितेंद्र सिंह गुर्जर तथा संयुक्त सचिव इं आलोक कुमार ने ओबरा तापीय परियाजना के सीटीपीएस सभा कक्ष में अभियंताओं के साथ बैठक की।
बैठक में अभियंताओं ने महासचिव को परियोजनाओं पर बेहतर विद्युत उत्पादन में आ रही व्यवहारिक समस्याओं के साथ साथ अभियंताओं की ज्वलंत समस्याओं जैसे सांकेतिक हड़ताल के दौरान निलंबित शेष विद्युत कार्मिकों की जल्द से जल्द बहाली,परियोजना पर आवास की समस्या, पेंशन,सीनियरिटी लिस्ट जारी करने,अधिशासी अभियंता तथा उच्च पदों पर पदोन्नति करने,चिकित्सा, मैन पावर की अत्यधिक कमी,परिचालन एवं अनुरक्षण बजट में वृद्धि आदि मुद्दे उठाए।जितेंद्र सिंह गुर्जर ने कहा कि सभी समस्याओं को प्रबंधन के समक्ष रखकर समाधान कराया जायेगा।अभियंताओं ने लंबित उत्पादन प्रोत्साहन भत्ता का आदेश जारी होने पर शीर्ष प्रबंधन को धन्यवाद ज्ञापित किया तथा आभार व्यक्त किया।महासचिव इं जितेंद्र सिंह गुर्जर तथा मुख्य महाप्रबंधक इं आरके अग्रवाल ने बैठक के दौरान अभियंताओं से
प्रदेश में बीते 13 जून को बिजली की रिकॉर्ड 30618 मेगावाट की मांग को सफलतापूर्वक पूरा करने बधाई दिया एवं प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप प्रदेश को 24 घण्टे निर्बाध बिजली उपलब्ध कराने के लिए पूर्ण मनोयोग से प्रयास जारी रखने की अपील की।बैठक की अध्यक्षता मुख्य महाप्रबंधक इं आरके अग्रवाल व संचालन अभियंता संघ ओबरा पिपरी क्षेत्र के क्षेत्रीय सचिव इं धीरज वर्मा ने किया।
बैठक में इं आलोक कुमार श्रीवास्तव, संयुक्त सचिव अभियंता संघ,महाप्रबंधक सीटीपीएस इं एस.के.सिंघल,महाप्रबंधक सिविल इं दिवाकर स्वरूप,महाप्रबंधक (कोल) सीटीपीएस इं योगेश गुप्ता अधीक्षण अभियंता इं एके पाण्डेय,सुनील कुमार, अजय उपाध्याय,अजय शर्मा अधिशासी अभियंता इं राजीव झा,अजय भारती,सहायक अभियन्ता इं ब्रिजेश यादव,विनय दीक्षित,संतोष आनंद,प्रभात शर्मा,आशीष सिंह, मनीष कुमार, विवेक श्रीवास्तव,स्वप्निल यादव, रॉबिन सिंह, सचिन गुप्ता,विकास कुमार,पवन वर्मा सहित भारी संख्या में अभियंता उपस्थित थे।