राजेश तिवारी/अजित सिंह (संवाददाता)
ओबरा/ सोनभद्र – उ०प्र०की योगी सरकार में भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने का अभियान जारी हैं फिर भी नगर पंचायत ओबरा में भ्रष्टाचार जारी है । इसी क्रम में बतातें चलें कि नगर पंचायत ओबरा में वर्तमान कार्यकाल के दौरान कराये गये कार्यों में अनियमितता की शिकायत जिलाधिकारी सोनभद्र को किया गया था जिसके बाद कमेटी का गठन किया था परन्तु जॉच रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं किया गया। उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री संजीव गोंड के ओबरा नगर पंचायत में एक कार्यक्रम के दौरान सेवा ही संकल्प के टीम द्वारा यह मांग किया गया की नगर पंचायत ओबरा की शिकायत जिलाधिकारी सोनभद्र को पूर्व में में की गई थी जिसके क्रम में जाँच कमेटी गठित किया गया था।वहीं दूसरी ओर नगरवासियों ने संबंधित जाँच अधिकारी से जाँच रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग की ।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नगर मे भस्सी व जेसीबी के नाम से फर्जी भुगतान किया जा रहा है जैसे कि वर्तमान तहसील मार्ग व नव निर्माण हो रही तहसील मार्ग पर लगभग 10 लाख का भुगतान किया गया साथ ही लाखों, करोड़ों का गोलमाल किया जा रहा है। ,कई वार्डो मे साफ सफाई व अन्य कार्य नहीं किया जा रहा है यह बताया जा रहा यह क्षेत्र टूट मे आ गया है जहा अभी भी आदमी निवास कर रहे है पूरे नगर में लाईट के नाम मनमानी भुगतान किया जा रहा है जबकि आवश्यकता वाली जगहों पर लाइट नहीं लगाया जा रहा है वहीं दूसरी ओर पूरे नगर पंचायत में स्वच्छ पानी के लिए लगे आरओ प्लांट खराब या बंद है जिसके कारण सप्लाई वाला पानी गन्दा आ रहा है।मनमानी तरीके से आय दिन कर्मचारियों की भर्ती किया जा रहा है जबकि नियमानुसार कोई भी नियुक्ति नहीं किया गया है। ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्य रूप से राकेश केशरी,मनीष विश्वकर्मा, वीरेंद्र मित्तल अन्य लोग मौजूद रहे।इस बावत राज्य मंत्री संजीव गोंड ने कहा शिकायती पत्र की जॉच कराकर जो भी दोषी पाया जायेगा उसके खिलाफ अवश्य कार्यवाही किया जायेगा।