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होमगार्ड में फर्जी तरीके से बहाली के मामले में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। होमगार्ड में गृह रक्षकों की नियुक्ति उनके जन्म से पहले ही हो जा रही है। इसका खुलासा विभाग की जांच में हुआ है। विभागीय जांच में पता चला कि जिस आसिफ अंसारी को धुर्वा पुलिस ने रविवार को जेल भेजा है, उसकी होमगार्ड में बहाली उसके जन्म से पहले ही हो गई थी।
दरअसल, होमगार्ड में फर्जी तरीके से बहाल आसिफ का बैच नंबर 15181 है। उसके बैच नंबर में उसकी जन्म तिथि 1984 अंकित की गई है। जबकि, उसकी वास्तवित जन्म तिथि सितंबर 1993 है। विभागीय डीएसपी कौशिक के अनुसार, आसिफ अंसारी जिसका जन्म 1993 में हुआ था, लेकिन उसे होमगार्ड आरक्षी के रूप में जो बैज नंबर दिया गया था, वो वर्ष 1984 का है। बताया जा रहा है कि आसिफ को फर्जी तरीके से नियुक्ति लापता होमगार्ड जवान के रूप में गृह रक्षा वाहिनी के पदाधिकारी और कर्मियों की मदद से की गई थी।
पिता जाकिर से पहले बेटा आसिफ अंसारी की बहाली
फर्जी तरीके से बहाल हुए आसिफ अंसारी के पिता जाकिर अंसारी भी होमगार्ड जवान के रूप में कार्यरत हैं, लेकिन उन्हें अपने बेटे के बाद नौकरी मिली है। इस फर्जी बहाली की भनक होमगार्ड जवानों को लोकसभा चुनाव के वक्त मिली, जिसके बाद मामला वरीय अधिकारियों के संज्ञान में दिया गया और फिर इस मामले का खुलासा हुआ।
आरिफ, जगदेव और निसार की भी नियुक्ति जन्म से पहले
आरिफ अंसारी, जगदेव टोप्पो और निसार अहमद की भी नियुक्ति फर्जी तरीके से होमगार्ड में की गई है। विभागीय जांच में इस बात का खुलासा हुआ है। तीनों की भी नियुक्ति में उनकी जन्म की तिथि 1984 ही अंकित है। होमगार्ड डीएसपी कौशिक ने बताया कि तीनों के पकड़े जाने पर ही उनकी जन्म तिथि के बारे में पता चल पाएगा। अब तक की जांच में यह स्पष्ट है कि तीनों की नियुक्ति फर्जी तरीके से की गई है।
कंपनी कमांडर को किया गया निलंबित
होमगार्ड में फर्जी तरीके से गृह रक्षक पद पर बहाल करने के मामले का सरगना कंपनी कमांडर कैलाश यादव को सोमवार को निलंबित कर दिया गया है। इस संबंध में होमगार्ड डीजी अनिल पालटा ने आदेश जारी किया है। कंपनी कमांडर कैलाश वर्तमान में दुमका जिले में पदस्थापित थे। डीजी की ओर से कंपनी कमांडर के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। सप्ताहभर के भीतर कंपनी कमांडर से पूछताछ होगी।
गौरतलब हो कि होमगार्ड विभाग की ओर से धुर्वा थाने में कंपनी कमांडर कैलाश यादव, आसिफ समेत पांच लोगों पर फर्जी नियुक्ति मामले में प्राथमिकी दर्ज करायी थी। इसके बाद धुर्वा पुलिस ने आसिफ को गिरफ्तार कर रविवार को जेल भेज दिया था। होमगार्ड डीएसपी कौशिक ने धुर्वा थाने में दो जवानों के खिलाफ सोमवार को फिर से प्राथमिकी दर्ज की गई है। दर्ज प्राथमिकी में रांची निवासी अशोक टोप्पो और नौशाद कादरी को आरोपी बनाया गया है। डीएसपी ने आवेदन में कहा है कि इन दोनों की भी नियुक्ति फर्जी तरीके से होमगार्ड में की गई है। विभागीय जांच में इस बात की जानकारी मिली है।
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