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पुलिस की गिरफ्त में पकड़े गए दोनों आरोपी अंकुश व अखिलेश।
हरियाणा के पानीपत की साइबर थाना क्राइम पुलिस ने फर्जी वेबसाइट और एप से साइबर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों की पहचान अंकुश व अखिलेश उर्फ अखिल निवासी डिडवान राजस्थान के रूप में हुई है।
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पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 4 लैपटॉप व 10 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। आरोपी काफी समय से फर्जी वेबसाइट और एप के जरिए लोगों से ठगी की वारदात को अंजाम देने में सक्रिय थे। कई राज्यों में 100 से ज्यादा वारदात कर करीब 50 लाख रुपए की ठगी कर चुके थे। सोमवार को आरोपी अखिलेश को कोर्ट में पेश कर 3 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। आरोपी अंकुश का 2 दिन का रिमांड पूरा होने पर न्यायिक हिरासत जेल भेज दिया।
पानीपत की महिला के खाते से निकाले थे 50 हजार जानकारी देते हुए डीएसपी मुख्यालय सतीश वत्स ने बताया कि गत दिनों थाना साइबर क्राइम में सेक्टर 11 निवासी महिला कुसुम ने शिकायत देकर बताया था कि 30 मई को उसके बैंक खाते से पांच ट्रांजेक्शन में 50 हजार रुपए अन्य खातों में ट्रांसफर कर लिए गए। मोबाइल पर पैसे कटने के मैसेज आने पर उसको पता चला।
मामले की जानकारी देते हुए डीएसपी मुख्यालय सतीश वत्स।
पुलिस टीम ने बैंक से डिटेल निकलवा खातों की जांच करते हुए 20 सितंबर को राजस्थान के डिडवान जिला से आरोपी अंकुश निवासी दौलतपुर डिडवान को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपी ने अपने साथी आरोपी अखिलेश उर्फ अखिल निवासी डिडवान व गिरोह के अन्य साथी आरोपियों के साथ मिलकर साइबर ठगी की उक्त वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने आरोपी अखिलेश उर्फ अखिल को रविवार को राजस्थान के डिडवान से गिरफ्तार किया और दोनों आरोपियों के कब्जे से 4 लैपटॉप व 10 मोबाइल फोन बरामद किए।
ऐसे देते थे वारदात को अंजाम आरोपियों ने डीमार्ट की फर्जी वेबसाइट बनाई हुई थी। उक्त फर्जी वेबसाइट पर घरेलू व अन्य सामान पर डिस्काउंट ऑफर देते थे। ज्यादा लोग साइट को देखे इसके लिए आरोपी टेलीग्राम, फेसबुक, इंस्टाग्राम इत्यादि सोशल मीडिया पर विज्ञापन चलाते थे। विज्ञापन को देखकर लोग सामान खरीदने ने लिए साइट पर विजिट करते और लुभावने ऑफर देखकर सामान खरीदते।
आरोपी सामान की पेमेंट केवल क्रेडिट व डेबिट कार्ड से लेते थे। इसी दौरान कार्ड की सारी जानकारी लेकर ग्राहक को ऑर्डर सक्सेस होने का फर्जी मैसेज साइट पर दिखाने के साथ ही मोबाइल पर भेज देते थे। इसी दौरान आर्डर की डिलीवरी ट्रैकिंग करने का ग्राहक को झांसा देकर उनके मोबाइल में फर्जी एप डाउनलोड करवा कार्ड व एसएमएस को एक्सेस पर ले लेते थे।
उक्त डेबिट व क्रेडिट कार्डों से आरोपी ऑनलाइन मैजिक पिन साइट पर विभिन्न कंपनियों के कूपन खरीद कर लोगों से ठगी करते थे। कूपन को बाद में टेलीग्राम इत्यादि साइट पर ग्रुप से जुड़े लोगों को आधे रेट पर बेचकर फर्जी खातों में पैसे ट्रांसफर करवा लेते थे।
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