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गिरिडीह के गावां प्रखंड के सेरुआ में बगैर एनओसी के जल-नल योजना का पाइप लाइन बिछाने के दौरान एक ही पीसीसी सड़क को दो बार तोड़ा जा रहा है। बता दें कि सेरुआ में लगभग 22 करोड़ रुपये की लागत से ग्रामीण जलापूर्ति योजना का काम हो रहा है। जिसके तहत सेरुआ के मुस
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जहां पीसीसी सड़क को तोड़कर पाइप बिछाया जा रहा है। जिस सड़क को तोड़ा जा रहा है, उसका सुदृढ़ीकरण पिछले वर्ष आरईओ विभाग से लगभग 3 करोड़ रुपये की लागत से डाबर मोड़ से चेरवा भाया जोड़ासिमर तक कराया गया था। जिसे ग्रामीण जलापूर्ति संवेदक के द्वारा आरईओ से बिना एनओसी लिए सड़क को तोड़कर बर्बाद कर दिया जा रहा है।
8 माह में दो बार सड़क को तोड़ा, कई कनेक्शन कटा
दरअसल सेरुआ की मुसहरी टोला के लगभग 40 घरों में पूर्व से ही सोलर मिनी जलमीनार से हर घर तक पानी पहुंचता है। लेकिन पाइप लाइन बिछाने को लेकर सड़क पर खोदे जा रहे गड्ढे के दौरान कई लोगों का कनेक्शन जेसीबी ड्रिल मशीन से टूटकर कट गया है।
इससे एक दर्जन से अधिक घरों में जलापूर्ति ठप हो गया। ग्रामीणों के अनुसार 8 माह पूर्व पाइप लाइन बिछाने के लिए पीसीसी सड़क को तोड़कर बगैर पाइप बिछाए उसी अवस्था में छोड़ दिया गया था। इधर पुनः उसी सड़क को तोड़कर पाइप लाइन बिछाने का काम शुरू किया गया तो कुछ लोगों ने विरोध कर दिया।
काम बंद करने का दिया गया है आदेश : जेई
आरईओ विभाग के जेई प्रमोद दास ने कहा कि पाइप लाइन बिछाने के दौरान संवेदक के द्वारा पीसीसी सड़क तोड़ने के लिए किसी तरह का कोई एनओसी नहीं लिया गया है। बगैर एनओसी लिए सड़क सड़क तोड़े जाने की सूचना मिली है। इस संबंध में पीएचईडी विभाग को फिलहाल काम बंद करने का निर्देश दिया गया है। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के जेई जितेंद्र कुशवाहा ने कहा कि जिन स्थानों पर पीसीसी सड़क को तोड़ा गया है वहां पाइप लाइन का काम पूरा होने के बाद मररम्मति कराई जाएगी।
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