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भीलवाड़ा के एक गांव में साइबर ठगी का इंटर स्टेट नेटवर्क काम कर रहा था। इस नेटवर्क के लोग प्रदेश सहित अन्य राज्यों में भी ठगी की बड़ी वारदात को अंजाम दे रहे थे। इसका खुलासा आज हरियाणा की झज्जर पुलिस की साइबर टीम ने दबिश देकर किया।
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पुलिस ने यहां से दर्जनों मोबाइल, हजारों रुपए कैश, प्रदेश के विभिन्न जिलों के अधिकारियों की फर्जी सील, मोहर और डिजिटल पेमेंट के स्पीकर आदि बरामद किए। फिलहाल आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर हो गए।
मामला भीलवाड़ा के मांडल थाना क्षेत्र के आरजिया गांव का है। इस गांव से साइबर ठगी का एक बड़ा नेटवर्क काम कर रहा था।हरियाणा में के झज्जर में 22 लख रुपए की एक ठगी का मामला दर्ज हुआ था।
इस पर झज्जर पुलिस साइबर टीम की एएसआई सविता और उनकी टीम लोकेशन ट्रेस करती हुई शनिवार दोपहर बाद पहुंची और एक मकान पर दबिश दी। इस गांव में जाकिर नाम के एक व्यक्ति के मकान पर दबिश दी।
पुलिस यहां जाकिर के बेटे जुबैर और जुबैल की तलाश में आई थी। दोनों तो पुलिस के हाथ नहीं लेकिन मौके से ठगी के बड़े इक्विपमेंट साइबर टीम को मिले।
अधिकारियों की दर्जनों फर्जी सील मिले
इस मकान से दर्जनों मोबाइल फोन, लैपटॉप, सैकड़ों की संख्या में फर्जी मोहरें, फोन पे और डिजिटल पेमेंट के कई स्पीकर हजारों रुपए कैश मिले हैं। इन फर्जी सील में कई जगह के एसडीएम, तहसीलदार , एसीजेएम आदि की सील शामिल हैं।
झज्जर साइबर टीम ने इस सारी सामग्री को बरामद किया है। बताया जा रहा है कि इन आरोपियों ने फरार होने से पहले यहां से कई और उपकरण गायब कर दिए हैं। देर रात झज्जर साइबर थाने के इंचार्ज मंडल पहुंचे और मांडल एसएचओ संजय गुर्जर से इसकी चर्चा करते हुए आरोपी की तलाश और अन्य जांच की गई।
एटीएम की एक्टिविटी रिकॉर्ड की जा रही थी
मकान की तलाशी ली गई तो मकान में एक एटीएम में होने वाली कई एक्टिविटीज को सीसीटीवी कैमरे से रिकॉर्ड किया जा रहा था और स्क्रीन पर यह चल रहा था। यह रिकॉर्डिंग आरजिया चौराहे पर लगे एक बैंक के एटीएम मशीन में होने वाली एक्टिविटी की वीडियो रिकॉर्डिंग थी।
मकान में बैठे बदमाश पता लगा लेते थे कि एटीएम मशीन में कब रुपए डाले जा रहे हैं, कौन ग्राहक यहां रुपए निकालने आ रहा है , साथ ही ग्राहकों के एटीएम कार्ड के पासवर्ड और ट्रांजैक्शन की जानकारी भी ली जा रही थी।
इस पर मांडल पुलिस ने भी आईटी एक्ट और ग्राहकों की निजता का उल्लंघन करने के तहत मामला दर्ज किया है और जांच भीलवाड़ा साइबर सेल के डीएसपी को दी गई है।
एक दिन में आरजिया से दुबई की लोकेशन
बताया जा रहा है कि आरोपी जुबैल की लोकेशन कल तक गांव आरजिया में आ रही थी और आज इनकी लोकेशन दुबई की आ रही है। बदमाशों को कार्रवाई का पता लग गया था और वो यहां पर फरार हो गए।
मकान से आती थी कॉल सेंटर जैसी आवाज
आसपास के लोगों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से इस मकान से कॉल सेंटर जैसे फोन कॉल की आवाज आती थी। लंबे समय से ऑनलाइन ठगी को अंजाम दिया जा रहा था। लेकिन लोकल पुलिस को इस मामले की बिल्कुल मानक तक नहीं लग पाई।
कुछ लोगों का कहना है कि कभी-कभी सिविल ड्रेस में कोई सिपाही भी आता था लेकिन पिछले लंबे समय से यहां कोई नहीं आया। फिलहाल इस बड़ी वारदात का लोकल पुलिस को पता नहीं लग पाना भी एक बड़ा प्रश्न है हालांकि पुलिस में हरियाणा पुलिस की कार्रवाई के बाद मामले दर्ज किए हैं लेकिन अब आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर हैं।
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