[ad_1]
राजस्थान फिल्म फेस्टिवल (आरएफएफ) का 12वां एडिशन इस बार फिल्मों के साथ कई नजरीए से भी खास होने वाला है।
राजस्थान फिल्म फेस्टिवल (आरएफएफ) का 12वां एडिशन इस बार फिल्मों के साथ कई नजरीए से भी खास होने वाला है। देशभर की कई रीजनल भाषाओं की बेहतरीन फिल्में इस फेस्टिवल में हिस्सा ले रही हैं। इन फिल्मों को विभिन्न अवॉर्ड्स में नोमिनेशन भी मिला है। 28 सितम्बर क
.
फेस्टिवल को इस बार पॉपुलर टीवी एक्ट्रेस स्मिता बंसल होस्ट कर रही हैं।
आरएफएफ की फाउंडर संजना शर्मा ने बताया कि फेस्टिवल में विशेष रूप से 9 राज्यों की 10 रीजनल भाषाओं में बनी फिल्मों को शामिल किया गया है। फेस्टिवल में इस बार केरल की मलयालम भाषा की नेशनल अवॉर्ड विनिंग आट्टम फिल्म भी आई है, इसके अलावा कई नामचीन कलाकारों की फिल्मों को भी यहां जगह मिली है। फेस्टिवल में नामी पंजाबी एक्टर ऐमी विर्क और बिन्नू ढिल्लों, तमिल एक्टर संथानम, मलायलम एक्टर विनय फोर्ट और जरीन शिहाब, कन्नड एक्टर दीक्षित शेट्टी और चैत्र जे. आचार की फिल्मों को नॉमिनेशन में जगह मिली है। प्रतिष्ठित जूरी सदस्य विभिन्न कैटेगिरी में फिल्मों को अवॉर्ड के लिए सलेक्ट करेंगे।
स्मिता के साथ अरबार खान होस्टिंग का तड़का लगाएंगे।
फेस्टिवल में तमिलनाडु से तमिल, केरला से मलयालम, कर्नाटका से कन्नड़, तुलु, गोवा से कोंकणी, वेस्ट बंगाल से बंगाली, महाराष्ट्रा से मराठी, गुजरात से गुजराती, असम से असमिया, पंजाब से पंजाबी भाषा में फिल्में मिली है, जो कॉम्पीटिशन को बेहद रोचक बनाए हुए है।
आरएफएफ के प्रोग्रामिंग हेड अनिल जैन ने बताया कि राजस्थान फिल्म महोत्सव (आरएफएफ) एक क्षेत्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह है। यह कंचन कैसेट्स एंड सीरीज (के-सीरीज) की एक पहल है और हर साल जयपुर में मनाया जाता है। इस बार राजस्थानी भाषा की भी कई आकर्षक फिल्में इसमें हिस्सा ले रही हैं। जो राजस्थान के कई मुद्दों को उठाती दिख रही है। इन फिल्मों को नए डायरेक्टर्स ने आकर्षक तरीके से बनाया है और नए टैलेंट को मौका दिया है। इनमें डाम, भवानी, रीत, बजरी माफिया, आवाकारा जैसी फिल्में शामिल है, जाे ओटीटी पर काफी सराही जा चुकी है।
फेस्टिवल में एमी विर्क की पंजाबी फिल्म भी नोमिनेट हुई है।
फोक थीम पर होंगे कई आयोजन, नामचीन कलाकार देंगे प्रस्तुतियां
संजना शर्मा ने बताया कि इस बार फेस्टिवल को फोक थीम पर तैयार किया गया है, जिसमें देश के कई बड़े कलाकार फोक म्यूजिक को प्रस्तुत करेंगे। वहीं अलग-अलग फोक पर डांस परफॉर्मेंस भी होगी
फेस्टिवल में शामिल कुछ प्रमुख फिल्में
1. वडक्कुपट्टी रामासामी (तमिलनाडु): संथानम अभिनीत यह तमिल व्यंग्यात्मक फिल्म धार्मिक अंधविश्वासों का व्यक्तिगत लाभ के लिए उपयोग किए जाने की कहानी है। रामासामी मंदिर की आस्थाओं से लाभ कमाता है, लेकिन जब उसके कर्मों के परिणाम सामने आते हैं, तो उसकी दुनिया हिल जाती है। संथानम के हास्यपूर्ण अंदाज ने फिल्म को विशेष आकर्षण दिया है।
इसमें नौ राज्यों की 10 भाषाओं की फिल्में शामिल हुई है।
2. आट्टम (केरल): विनय फोर्ट और जरीन शिहाब की ओर से अभिनीत इस मलयालम फिल्म में एक थिएटर ग्रुप के भीतर एक अंधेरे रहस्य को उजागर किया गया है। जब एकमात्र अभिनेत्री के साथ दुर्व्यवहार होता है, तो समूह के सदस्यों के बीच तनाव बढ़ जाता है। इस फिल्म को प्रभावशाली अभिनय के लिए सराहा गया है।
3. ब्लिंक (कर्नाटक): दीक्षित शेट्टी और चैत्र जे. आचार की मुख्य भूमिकाओं में इस कन्नड़ फिल्म में नायक अपूर्व की कहानी है, जिसे अपनी पलक झपकाने पर नियंत्रण होता है। एक रहस्यमय घटना से जुड़ी कहानी में ड्रामा और सस्पेंस का संगम है। यह फिल्म अपने अनोखे विचार और निर्देशन के लिए कर्नाटक के क्षेत्रीय फिल्म समारोहों में सराही गई है।
फेस्टिवल में कई कैटेगिरी में फिल्मों को अवॉर्ड दिए जाएंगे।
4. रानी: द रियल स्टोरी (केरल): भावना और गुरु सोमसुंदरम अभिनीत यह मलयालम ड्रामा एक नौकरानी पर लगे हत्या के आरोप की कहानी है। सीमावर्ती कस्बे में आधारित यह फिल्म समाजिक अन्याय को उजागर करती है। फिल्म को कई फिल्म समारोहों में सराहा गया है।
5. तर्पणा (गोवा): देवदास नायक की ओर से निर्देशित यह कोंकणी फिल्म एक पिता-पुत्र के तनावपूर्ण संबंधों की कहानी है। अमेरिका, कनाडा, और मलेशिया जैसे अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोहों में प्रदर्शित की गई, इस भावनात्मक कहानी को इसके प्रदर्शन और पारिवारिक मूल्यों के चित्रण के लिए प्रशंसा मिली है।
6. सत्यशोधक (महाराष्ट्र): यह मराठी बायोपिक महात्मा ज्योतिराव फुले और सावित्रीबाई फुले के जीवन पर आधारित है, जिसमें उनके सामाजिक सुधारों का वर्णन है। राजश्री देशपांडे अभिनीत इस फिल्म को महाराष्ट्र के विभिन्न ऐतिहासिक फिल्म समारोहों में दिखाया गया और इसके शैक्षिक महत्व और प्रदर्शन के लिए सराहा गया है।
7. गड्डी जांदी ऐ छलांगा मारदी (पंजाब): ऐमी विर्क और बिन्नू ढिल्लों अभिनीत यह पंजाबी कॉमेडी फिल्म एक युवक की हास्यपूर्ण संघर्षों की कहानी है, जो अपनी प्रेमिका से शादी करने की कोशिश करता है जबकि उसे दहेज की मांगों का सामना करना पड़ता है। यह फिल्म पंजाब के सिनेमा में हिट रही है, खासकर इसके शानदार हास्य और अभिनय के लिए।
[ad_2]
Source link