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झारखंड सरकार ने दो दिन कुछ घंटों के लिए इंटरनेट सेवा बंद रखने का ऐलान किया है। इस पर टिप्पणी करते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिश्व सरमा ने शनिवार को कहा कि झारखंड सरकार ने परीक्षाओं के दौरान इंटरनेट सेवाओं को निलंबित करना इस पूर्वोत्तर राज्य से सीखा है। इस दौरान उन्होंने कहा कि दूसरे राज्य असम से सीख रहे हैं इसका मतलब है कि असम देश को अब मार्ग दिखा रहा है। आइए जानते हैं हिमंता बिस्व सरमा ने और क्या-क्या कहा है।
शुक्रवार को झारखंड सरकार की अधिसूचना में कहा गया है कि झारखंड सामान्य स्नातक स्तर संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा (जेजीजीएलसीसीई) के दौरान किसी भी गड़बड़ी को रोकने के प्रयास के तहत शनिवार सुबह आठ बजे से दोपहर डेढ़ बजे तक मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित रहेंगी और रविवार को भी ऐसा ही रहेगा। शर्मा ने कामरूप जिले के बेजेरा में संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस परीक्षा के दौरान इंटरनेट निलंबित करने को लेकर मेरी आलोचना करती रही है। लेकिन झारखंड में उनकी सरकार यही कर रही है।
झारखंड के पार्टी मामलों के प्रभारी भाजपा नेता शर्मा ने कहा कि उन्होंने हमसे सीखा है। और इसका मतलब है कि असम देश को अब मार्ग दिखा रहा है। हालांकि झारखंड में विपक्ष की भूमिका निभा रही भाजपा ने इस आदेश को झारखंड सरकार का ‘विफल’ व्यवस्था को छिपाने का एक अन्य शासनादेश बताया।
असम सरकार ने तृतीय श्रेणी के पदों पर भर्ती की लिखित परीक्षा के दौरान 15 सितंबर को पूर्वाह्न 10 बजे से साढ़े तीन घंटे के लिए राज्यभर में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं के निलंबन का आदेश दिया था। अगस्त 2022 में भी दो दिनों के लिए असम के लगभग सभी जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं चार घंटे के लिए निलंबित कर दी गई थीं, जब पहली बार तृतीय और चतुर्थ श्रेणियों के पदों के लिए लिखित परीक्षा आयोजित की गई थी।
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