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मध्य प्रदेश के सतना जिले में 21 साल के एक तोते का ऑपरेशन कर उसकी जान बचाने का अनोखा मामला सामने आया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार तोते के गले में एक ट्यूमर था, जिसकी वजह से उसकी जान पर बन आई थी। जिसके बाद डॉक्टर्स ने सर्जरी कर उसके गले से करीब 20 ग्राम का ट्यूमर निकालते हुए उसकी जान बचाई। इलाज करने वाले वेटनरी डॉक्टर ने बताया कि पक्षी में ट्यूमर का यह जिले का पहला मामला है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार करीब छह महीने पहले तोते के मालिक को तोते की गर्दन पर एक गांठ दिखाई दी थी, जो धीरे-धीरे बढ़ती जा रही थी और जिसकी वजह से तोते को काफी परेशानी हो रही थी। वह न तो ठीक से बोल पा रहा था और न ही कुछ खा पा रहा था। जिसके बाद उसका मालिक इलाज के लिए उसे जिला पशु चिकित्सालय सतना के डॉक्टरों के पास लेकर पहुंचा।
जांच के बाद पशु चिकित्सकों ने तोते के गले में ट्यूमर पाया और शख्स को तोते का ऑपरेशन करवाने की सलाह दी। मालिक की सहमति मिलने के बाद डॉक्टर्स ने करीब दो घंटे तक तोते का ऑपरेशन किया और 15 सितंबर रविवार को करीब 20 ग्राम का ट्यूमर सफलतापूर्वक निकाला। फिलहाल तोते की स्थिति खतरे से बाहर है और वह पूरी तरह सुरक्षित व स्वस्थ है।
तोते का इलाज करने वाले पशु चिकित्सक डॉ. बालेंद्र सिंह ने जानकारी देते हुए बताया, ‘मुख्तियार गंज मोहल्ले के निवासी चंद्रभान विश्वकर्मा ने शनिवार 14 सितंबर को हमसे संपर्क किया था और बताया कि उनके तोते के गले में ट्यूमर है और यह धीरे-धीरे बढ़ रहा है। जिसके कारण तोता खाना नहीं खा रहा है। जिसके बाद हमने अगले दिन तोते की सर्जरी के लिए उन्हें बुलाया।’
पशु चिकित्सक के मुताबिक, ‘ऑपरेशन करीब दो घंटे तक चला। तोते का वजन 98 ग्राम था और तोते से करीब 20 ग्राम का ट्यूमर निकाला गया, जिसे आगे की जांच के लिए रीवा पशु चिकित्सा महाविद्यालय भेजा गया है। यह एक मुश्किल ऑपरेशन था, क्योंकि ट्यूमर तोते के गले के हिस्से में था।’
डॉ सिंह ने आगे बताया, ‘ऑपरेशन के बाद तोता पूरी तरह स्वस्थ है और ट्यूमर की बीमारी से मुक्त हो चुका है। ऑपरेशान के बाद बीते दो दिन से तोते की जांच हो रही है, जिसमें वह पूरी तरह स्वस्थ मिल रहा है। तोता अब ठीक से खाना भी खा रहा है। जिले में किसी भी तरह के पक्षी में ट्यूमर का यह पहला मामला था।’
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