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– संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार उच्चायुक्त का कार्यालय ने जारी की रिपोर्ट जिनेवा, एजेंसी।
– संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार उच्चायुक्त का कार्यालय ने जारी की रिपोर्ट जिनेवा, एजेंसी। म्यांमार में वर्ष 2021 में हुए तख्तापलट के बाद 5350 लोगों की मौत हुई है। वहीं 33 लाख लोगों को विस्थापित होना पड़ा है। संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार उच्चायुक्त का कार्यालय द्वारा जारी की रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ है।
संयुक्त राष्ट्र ने रिपोर्ट में कहा है कि विस्थापित हुए लोगों में से आधे गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन को मजबूर हैं। मालूम हो कि एक फरवरी 2021 को सेना ने तख्तापलट किया था। रिपोर्ट के अनुसार इस दौरान 27,400 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसमें से नौ हजार लोगों को सेना ने हिरासत में लिया है। गिरफ्तार लोगों में 5556 महिलाएं और 547 बच्चे हैं। वहीं हिरासत में 1853 लोगों की मौत हुई है। इसमें 88 बच्चे और 125 महिलाएं हैं। हिरासत में लोगों की मौत की वजह पर्याप्त चिकित्सकीय सुविधा का नहीं मिलना है।
मानसिक स्वास्थ्य पर असर
रिपोर्ट के अनुसार तख्तापलट के बाद लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर देखने को मिला है। हिंसा के कारण लोग सदमे में हैं। लोगों के अधिकार छीन लिए गए हैं और उनको दो वक्त का खाना तक नसीब नहीं हो पा रहा। संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार उच्चायुक्त वोल्कर टर्क ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से मामले को अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय में उठाने की सिफारिश की है।
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