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झारखंड में मानसून की विदाई से पहले जमकर बारिश हो रही है। बारिश के बाद कई जिलों में नदियों के जलस्तर में भी वृद्धि हुई है। लातेहार में पिछले दो दिनों से जारी मूसलाधार बारिश के कारण पहाड़ी नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थि
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दूसरी ओर पलामू में भी रविवार को हुई तेज बारिश के बाद शहरी इलाकों में पानी भर गया। जिले के छतरपुर स्थित देवगन गांव में आहर (छोटा झील) में डूबने से एक 12 साल के बच्चे की मौत हो गई। वहीं पास में बने डैम में पांच भैसें भी डूब गए।
रांची के बूढ़मू में दोस्तों के साथ घूमने गया एक युवक जिकरा फॉल में डूब गया। उधर, गिरिडीह में एक कोलियरी की अवैध खनन की वजह से लैंड स्लाइड हो गया है। हालांकि इससे जान माल के नुकसान की सूचना नहीं है।
इस बीच मौसम विभाग ने आज भी 5 जिलों में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। इनमें रांची, पलामू, चतरा, गुमला और सिमडेगा शामिल है। इसके अलावा अन्य पलामू प्रमंडल में भी तेज बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। अगले 24 घंटे के दौरान रांची और आसपास के जिलों में कहीं-कहीं तेज बारिश हो सकती है। इस दौरान तेज हवा चलने की भी संभावना है।
झारखंड में ये स्थिति 17 सितंबर तक रह सकती है। उसके बाद मानसून कमजोर पड़ने लगेगा। संभावना है 22 से 23 सितंबर तक प्रदेश से मानसून की विदाई हो जाएगी।
गढ़वा में 152.8 एमएम हुई बारिश
पिछले 24 घंटे क दौरान राज्य के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश हुई। इससे जान-माल का काफी नुकसान हुआ है। गढ़वा में 152.8 एमएम से अधिक बारिश दर्ज की गई है। इधर राजधानी रांची में शनिवार देर शाम से ही मौसम का मिजाज बदल गया। रात भर बारिश होती रही। राजधानी में दिनभर में करीब 14 मिमी के करीब बारिश दर्ज की गई। मौसम विज्ञान केंद्र का पूर्वानुमान है कि 21 सितंबर तक राजधानी में हल्के बादल छाए रहेंगे। कहीं-कहीं हल्के दर्जे की बारिश हो सकती है।
वहीं, पलामू क शहरी क्षेत्र में बारिश के बाद पानी भर गया। इससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। गढ़वा में NH-343 पर बारिश के बाद पानी बहने लगा।
लातेहार जिला के गारू प्रखंड स्थित सुग्गा बांध का जलस्तर बढ़ गया। पानी की तेज धार वन विभाग द्वारा पर्यटकों को घूमने के लिए 10 फीट की ऊंचाई पर बनाए गए लकड़ी के पुल तक पहुंच गई है
लातेहार में भारी बारिश से पुलिया जलमग्न, रांची-डालटेनगंज मार्ग बंद
लातेहार में पिछले दो दिन से हो रही बारिश के बाद कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। बारिश के चलते होटवाग के पास स्थित NH-75 पर एक पुलिया पूरी तरह जलमग्न हो गई। जिससे इस मार्ग पर गाड़ियों का आवागमन बंद कर दिया गया है। लातेहार पुलिस ने यात्रियों और वाहन चालकों से अपील की है कि वे इस मार्ग का उपयोग न करें और अन्य वैकल्पिक मार्गों का सहारा लें।
प्रशासन ने एहतियातन लातेहार-मनिका मार्ग को भी बंद कर दिया है, क्योंकि पानी का बहाव अत्यधिक तेज है और यात्रा करना खतरनाक साबित हो सकता है। अधिकारियों ने बताया कि जब तक पानी का स्तर सामान्य नहीं होता, तब तक इस मार्ग पर परिचालन नहीं किया जाएगा। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने और यात्रा करने से पहले प्रशासन की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है।
आगे क्या…
बंगाल की खाड़ी में बन रहा लो प्रेशर, झारखंड में पड़ेगा असर
बंगाल में बने लो प्रेशर का असर बंगाल से लेकर बिहार तक देखने को मिल रहा है। इसका असर झारखंड में भी देखने को मिल रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में बने लो प्रेशर एरिया के कारण झारखंड के 9 जिलों को रेड अलर्ट पर रखा गया था। आज उन जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में रांची, लातेहार, पलामू, गढ़वा, जमशेदपुर, देवघर, खूंटी, सिमडेगा और गुमला शामिल है।
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में इन जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है। यहां स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर रख रहा है।
ये पलामू जिले के सतबरवा में बारिश के बाद नदी का अचानक जलस्तर बढ़ गया। जिसमें एक युवक फंस गया। बड़ी मुश्किल से स्थानीय युवकों ने उसकी जान बचाई।
अगले 48 घंटे में बारिश से मिलेगी राहत
मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के मुताबिक लो प्रेशर एरिया डीप डिप्रेशन में तब्दील हुआ है। इसलिए बारिश हो रही है। अगले 48 घंटे तक कहीं तेज तो कहीं हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होगी। इसके बाद डिप डिप्रेशन, डिप्रेशन में बदलने के साथ छत्तीसगढ़ में प्रवेश कर जाएगा। इसके बाद से झारखंड को बारिश से राहत मिलने की उम्मीद है।
उन्होंने बताया कि 17 सितंबर के बाद अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी होगी। अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है। राज्य के अधिकतर क्षेत्रों में स्थिति सामान्य रहेगी।
एक दिन में चार फीसदी की भरपाई, फिर भी 11 फीसदी कम बारिश
राज्य में एक दिन की बारिश से 4% कमी की भरपाई हो गई। इसके बाद भी बारिश का आंकड़ा सामान्य से 11% कम है। 15 सितंबर तक सामान्य बारिश 920.8 मिमी होनी चाहिए थी, लेकिन अब तक 822.9 मिमीही हुई है।
धनबाद में सामान्य से 20% अधिक बारिश हो चुकी है। वहीं पाकुड़ की हालत सबसे खराब है। 487.4 मिमी बारिश ही हुई है, जबकि 1140.5 मिमी होनी चाहिए थी। यानी 53% कम। वहीं रांची में 938.6 मिमी के मुकाबले 984.1 मिमी बारिश हुई है, जो 5% ज्यादा है।
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