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अपने ही किराए के कमरे में फांसी लगाकर एक युवक ने आत्महत्या कर ली। जिसके बाद पड़ोसियों को इसका पता चला।
चित्तौड़गढ़ में बेरोजगारी से परेशान होकर एक युवक ने फांसी का फंदा लगा लिया। युवक कोटा जिले के गोपालपुरा का रहने वाला था, जो चित्तौड़ के सेठिया बाजार में स्थित एक मकान में किराए पर रहता था। अनुमान लगाया जा रहा है कि युवक ने चार से पांच दिन पहले ही फां
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जब पूरे इलाके में बदबू आई तो पड़ोसियों ने हर जगह तलाश की। इस दौरान युवक की सड़ी हुई लाश कमरे के छत पर लगी लोहे की एंगल से लटका हुआ मिला। सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस पहुंची और शव को हॉस्पिटल के मोर्चरी में रखवाया गया। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है।
बदबू से परेशान होकर नालियों की भी की सफाई
गोपालपुरा, कोटा निवासी चेतन गौतम (36) चित्तौड़गढ़ शहर के गांधी चौक, सेठिया बाजार में एक दो मंजिला मकान के ऊपरी तल पर रह रहा था। यहां वो किराए पर रहता था। अचानक मोहल्ले ने बदबू फैलना शुरू हुई। मोहल्ले वासियों ने पहले इसे नालियों से आ रही बदबू समझ कर फिनाइल डालकर साफ सफाई की। उसके बाद भी बदबू आती रही। लोगों ने आसपास की दुकानों के शटर में चूहे फंसने से बदबू आने की संभावना जताई।
पुलिस भी मौके पर पहुंची।
गैलरी से तेज बदबू के कारण पता चला सुसाइड का
लोग अलग-अलग कयासों के चलते जब युवक के रूम की गैलरी की तरफ गए तो भयंकर बदबू आई। कमरे में जाकर देखा तो शव छत के लोहे के एंगल में फंदे पर लटका हुआ था। क्षेत्रवासियों ने इसकी सूचना कोतवाली थाना पुलिस को दी। सूचना मिलने पर कोतवाली थाने से एसआई राजाराम, एएसआई अम्बालाल सहित पुलिस जाब्ता पर मौके पर पहुंचा और युवक का शव फंदे से उतार कर जिला हॉस्पिटल की मोर्चरी में पहुंचाया।
परिजनों के आने के बाद होगा पोस्टमार्टम
पुलिस का कहना है फंदे पर लटके शव में कीड़े पड़ गए। अनुमान लगाया जा रहा है कि शव 4 से 5 दिन पुराना है। पुलिस कर्मियों ने जरूरी फोटोग्राफी की और शव को फंदे से उतार कर नगर परिषद के वाहन की सहायता से जिला हॉस्पिटल की मोर्चरी में पहुंचाया। इसके अलावा कोटा में रह रहे परिजनों को सूचना दी। परिजनों के आने के बाद ही पोस्टमार्टम किया जाएगा।
पढ़ा लिखा होने के बावजूद नही मिला काम
पिछले 10 महीने से चेतन गांधी चौक के सेठिया बाजार में किराए पर कमरा लेकर रहता था। पिछले दो महीने पहले ही उसने किराए का कमरा बदला था। स्थानीय लोगों का कहना है कि चेतन पढ़ा लिखा होने के साथ ही काफी समझदार और मिलनसार भी था। पढ़ा लिखा होने के बावजूद कोई अच्छी जॉब नही मिलने के कारण हम्माली का काम करता था। पड़ोसियों का कहना है करीब सप्ताह भर पहले युवक ने बरसात की वजह से काम धंधा ठीक से नहीं चलने की परेशानी बताई थी और कोई ढंग का काम दिलवाने की बात कही थी। ऐसे में काम धंधा न चलने से आर्थिक तंगी से परेशान चल रहा था।
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