[ad_1]
दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट थाना पुलिस ने रविवार को तिलक नगर में फर्जी वीजा बनाने की फैक्ट्री का पर्दाफाश किया। पुलिस ने इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से बड़ी संख्या में फर्जी दस्तावेज बरामद मिले हैं।
दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट थाना पुलिस ने रविवार को तिलक नगर में फर्जी वीजा बनाने की फैक्ट्री का पर्दाफाश किया। पुलिस ने इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से बड़ी संख्या में फर्जी दस्तावेज बरामद मिले हैं। पुलिस का कहना है कि आरोपियों ने इस धंधे में करीब 300 करोड़ कमाए हैं।
दिल्ली पुलिस ने बीती 2 सितंबर को हरियाणा निवासी संदीप को आईजीआई एयरपोर्ट से पकड़ा था। वह फर्जी वीजा पर रोम जा रहा था। पुलिस को उससे पूछताछ में फर्जी वीजा देने वाले एजेंट की जानकारी मिली। साथ ही पता चला कि फर्जी वीजा तिलक नगर में तैयार किए जा रहे हैं। इस सूचना पर पुलिस ने तिलक नगर में छापा मारा। आरोपियों से 16 नेपाली पासपोर्ट, दो भारतीय पासपोर्ट, लैपटॉप, स्कैनर, कलर प्रिंटर, कंप्यूटर और 30 फर्जी वीजा स्टीकर बरामद हुए।
पहचान करना मुश्किल : जांच में पता चला है कि यह गैंग 2 हजार से ज्यादा लोगों को फर्जी वीजा पर विदेश भेज चुका है। असली वीजा एवं आरोपियों द्वारा तैयार किए गए वीजा में फर्क करना बेहद मुश्किल है।
फर्जी वीजा बनाकर 300 करोड़ कमाए
एयरपोर्ट पुलिस की जांच में सामने आया है कि आरोपियों ने फर्जी वीजा के धंधे से 300 करोड़ कमाए हैं।
डीसीपी उषा रंगनानी ने बताया कि 2 सितंबर को हरियाणा निवासी संदीप रोम जाने के लिए आईजीआई एयरपोर्ट पहुंचा था। जांच में उसके पासपोर्ट पर फर्जी वीजा मिला। एयरपोर्ट पुलिस ने केस दर्ज कर यात्री को गिरफ्तार किया था। आरोपी यात्री ने बताया था कि मंजोत के माध्यम से वह एजेंट आसिफ अली से मिला था। उसने 10 लाख रुपये में यूरोप भेजने का वादा किया था। संदीप ने एजेंट को 7.50 लाख रुपये दे दिए। आसिफ ने नवीन राणा और शिवा गौतम के साथ मिलकर रोम भेजने के लिए स्वीडन का फर्जी वीजा दे दिया।
पुलिस ने आसिफ अली, नवीन और शिवा को गिरफ्तार किया था। पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि बलबीर सिंह ने वीजा का बंदोबस्त किया था। बलबीर ने बताया कि वीजा जसविंदर सिंह ने लगाया था। पूछताछ में जसविंदर ने बताया कि तिलक नगर निवासी मनोज मोगा से वीजा तैयार करता है। उसने डिजाइनिंग का कोर्स किया हुआ है और वह फर्जी वीजा बनाता है।
एसएचओ सुशील गोयल की देखरेख में इंस्पेक्टर अजय यादव की टीम ने तिलक नगर स्थित फैक्ट्री पर छामा मारकर मनोज मोगा को गिरफ्तार कर लिया। मनोज ने बताया कि वह एजेंट से वॉट्सऐप और सिग्नल ऐप से ही बातचीत करता था।
[ad_2]
Source link