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शक्ति संवर्धन 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ मंडीदीप में 13 से 16 जनवरी 2025 तक आयोजित होने जा रहा है। इसकी तैयारियों शुरू हो चुकी हैं। इस महायज्ञ के तहत युगतीर्थ शांतिकुंज हरिद्वार, गुरुदेव की जन्मस्थली आवलाखेड़ा और गुरुवर की कर्मभूमि मथुरा से पवित्र जल
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कलश का वैदिक विधि विधान से पूजन कर युगतीर्थ के लिए विदा किया गया।
संयोजक धीरज मनी के नेतृत्व में औबेदुल्लागंज, मंडीदीप, इंडसटाउन और रायसेन जिले के प्रज्ञा परिजनों ने कलश का वैदिक विधि-विधान से पूजन कर उनका पुष्पहार से स्वागत किया और युगतीर्थ के लिए विदा किया। शांतिकुंज हरिद्वार से प्राप्त इस दिव्य कलश में 100 वर्षों से निरंतर प्रज्जवलित अखंड दीप की प्राण ऊर्जा के रूप में युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा “आचार्य” और माताजी की दिव्य चेतना का आह्वान कर दल 18 सितम्बर को भोपाल वापस लौटेगा।
शैलदीदी व डॉ. प्रणव पंड्या का आशीर्वाद लेकर 18 सितम्बर को भोपाल वापस लौटेंगे परिजन।
इस दिव्य कलश के समक्ष गायत्री मंत्र की साधनाएं 108 गांवों में कराई जाएंगी और पूर्णा हुति के लिए 108 कुंडीय यज्ञ में भागीदारी की जाएगी। महायज्ञ की तैयारियों को लेकर कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह है। जिसको लेकर लगातार बैठकें हो रही हैं।
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