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राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड (RVPN) के 2 इंजीनियर और 2 टेक्निकल हेल्पर ने अलोट हुए अपने सरकारी क्वार्टर को ही किराए पर दे डाला। RVPN के सचिव के इंस्पेक्शन करने पहुंचने पर सरकारी क्वार्टर में किराएदार रहते मिले। सचिव की शिकायत पर दो अधि
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RVPN के सचिव आनंदी लाल वैष्णव ने 25 अगस्त को कूकस स्थित 220 केवी GSS का इंस्पेक्शन किया। इस दौरान वहां के अधिकारी से लेकर टेक्निकल हेल्पर ने सरकारी क्वार्टर को किराए पर दे रखा था।
सरकारी क्वार्टर में किराए पर रह रहा था ओडिशा का परिवार
सचिव आनंदी लाल वैष्णव ने बताया- मैं वहां इंस्पेक्शन के लिए गया था। इस दौरान XEn टी. आर. वर्मा के सरकारी क्वार्टर में ओडिशा के रहने वाले निरंजन साहू नाम के व्यक्ति और उसकी फैमिली मिली। इन्होंने सरकारी क्वार्टर को ही किराए पर ले रखा था। वहीं AEn आदर्श माथुर ड्यूटी से गायब था। इसने अपना क्वार्टर GSS के सिक्योरिटी गार्ड को किराए पर दे रखा था। टेक्निकल हेल्पर हर गोविंद मीणा के क्वार्टर में दो लड़कियों किराए से रह रही थी। वहीं टेक्निकल हेल्पर प्रकाश मीणा के आवंटित सरकारी क्वार्टर में कोई यादव फैमिली रह रही थी।
सचिव ने बताया- इनमें से दोनों अधिकारियों को नियमानुसार सस्पेंड किया गया। वहीं इन चारों से नियम के तहत स्टैंडर्ड रेट से 4 गुना किराया वसूलने का आदेश दिया है।
चीफ इंजीनियर ने तीन दिन में सभी स्टाफ क्वार्टर के बारे में रिपोर्ट मांगी
वहीं अब विभाग भी इस मामले पर हरकत में आया है। विद्युत निगम जयपुर जोन चीफ इंजीनियर कमलेश कुमार मीणा ने सभी जोन के अधीक्षण अभियंताओं को उनके सर्कल के अंतर्गत आने वाली RVPN की आवासीय कॉलोनी के क्वार्टर को चेक कर तीन दिनों में रिपोर्ट करने का आदेश जारी किया है। आदेश में लिखा गया है कि हाल ही में निगम के जयपुर जोन के सरकारी क्वार्टर को बाहरी व्यक्ति को किराए पर देने का मामला सामने आया है। यह अत्यंत गंभीर कृत्य है। इसके साथ ही यह निगम कर्मचारियों को अलॉट होने वाले आवासीय परिसर और रेंट रिकवरी रेगुलेशन 2021 का उल्लंघन है।
आदेश के अनुसार अधीक्षण अभियंता सरकारी क्वार्टर को चेक कर उन्हें सर्टिफिकेट भी देंगे की इन क्वार्टर में कोई भी अनधिकृत या बाहरी व्यक्ति जो निगम का कर्मचारी नहीं है वह तो नहीं रह रहा।
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