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लड़कियों के जन्म से लेकर स्नातक पास होने तक सात किश्तों में एक लाख रुपए राज्य सरकार देगी।
बालिका प्रोत्साहन को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने लाडो प्रोत्साहन योजना लागू की है। इसके लिए राज्य में एक ऐसी योजना लागू की है, इसमें लड़कियों के जन्म से लेकर स्नातक पास होने तक सात किश्तों में एक लाख रुपए राज्य सरकार देगी। इसके लिए कुछ नियम और शर
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योजना का नाम बदलने के साथ राशि का दायरा किया दोगुना पूर्व में चल रही राजश्री योजना में सरकार की ओर से बेटियों के पालन पोषण और शिक्षा के नाम पर बालिकाओं को 50 हजार रुपए दिए जाते थे। वहीं वर्तमान सरकार ने इस योजना का ना केवल नाम बदला, बल्कि दी जाने वाली राशि को दोगुना करते हुए 50 हजार की जगह एक लाख रुपए भी कर दिया।
योजना में रजिस्ट्रेशन के बाद सितम्बर से भुगतान महिला अधिकारिता विभाग की ओर से संचालित होने वाली योजना को लाडो प्रोत्साहन नाम दिया है। योजना में अब तक जिनका रजिस्ट्रेशन हो चुका है। उन लाभान्वितों को पहली किश्त सितम्बर महीने से मिलना शुरू हो गई है।
बेटी के जन्म पर मिलेगा एक लाख का संकल्प पत्र इस योजना के तहत बेटी के जन्म पर ही एक लाख का संकल्प पत्र दिया जाएगा। पहली किश्त बेटी के सरकारी अस्पताल में जन्म लेने और दूसरी किश्त टीकाकरण पूरा होने पर मिलेगी। एक लाख में ज्यादा राशि बालिका के सरकारी संस्था में पढ़ने के दौरान मिलेगी। इसके अलावा बची हुई राशि तय की हुई शर्तों को पूरा करने पर उसी अनुरूप मिलती जाएगी। ज्यादातर राशि का हिस्सा बालिका के सरकारी स्कूल और कॉलेज में पढ़ाई के दौरान तय की है। पूरा भुगतान ऑनलाइन होगा।
इन नियमों को पूरा करने पर मिलेगी इतनी राशि पहली किश्त के रूप में सरकारी अस्पताल में बालिका के जन्म पर 2500 रुपए मिलेंगे। दूसरी किश्त एक साल बाद सभी टीके लगवाने पर 2500 मिलेंगी। तीसरी किश्त बालिका के पहली कक्षा में प्रवेश लेने पर 4 हजार रुपए, चौथी किश्त कक्षा 6 में सरकारी स्कूल में प्रवेश लेने पर 5 हजार रुपए, पांचवीं किश्त कक्षा 10वीं में भी सरकारी स्कूल में प्रवेश लेने पर 11 हजार रुपए, छठवीं किश्त कक्षा 12वीं में सरकारी स्कूल में प्रवेश लेने पर 25 हजार, सातवीं और अंतिम किश्त सरकारी कॉलेज में पढ़ते हुए स्नातक उर्त्तीण करने पर 50 हजार रुपए मिलेंगे। अगर बीच में बालिका ने पढ़ाई छोड़ दी तो शेष राशि नहीं मिलेगी।
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