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Madhya Pradesh Rain News: मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में गुरुवार को भारी बारिश से हालात खराब हो गए। सूबे में बारिश के चलते हुए हादसों में 11 लोगों की मौत हो गई, जिनमें दतिया में दीवार गिरने से सात लोगों की मौत शामिल है। ग्वालियर में 500 से अधिक लोगों को बचाया गया है।
मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में गुरुवार को भारी बारिश के कारण 11 लोगों की मौत हो गई। इनमें दतिया में दीवार गिरने से 7 लोगों की मौत भी शामिल है। वहीं ग्वालियर में तीन लोगों की मौत हो गई जबकि भिंड में एक व्यक्ति की मौत हो गई। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने राहत कार्यों में तेजी लाने के लिए उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। अधिकारियों ने बताया कि ग्वालियर में 500 से अधिक लोगों को बाढ़ग्रस्त इलाकों से बचाया गया है। इस बीच एनडीआरएफ की एक टीम दिन में तेलंगाना के हैदराबाद से आई और ग्वालियर में बचाव अभियान में जुट गई।
ग्वालियर में नर्सरी से आठ तक स्कूल बंद
मौसम विज्ञान विभाग के भोपाल केन्द्र के अधिकारी वीएस यादव ने बताया कि ग्वालियर और चंबल क्षेत्रों में भारी बारिश अगले 2 दिनों में कम होने की उम्मीद है। ग्वालियर में सुबह 8:30 बजे तक 24 घंटे की अवधि में 198.4 मिलीमीटर बारिश हुई। ग्वालियर में नर्सरी से कक्षा आठ तक के स्कूलों के साथ-साथ कार्यालयों को शुक्रवार और शनिवार को बंद रखने का आदेश दिया गया है।
राजगढ़ में सबसे अधिक 355.6 मिमी बारिश
राजगढ़ में सुबह 8:30 बजे समाप्त 24 घंटे की अवधि में सबसे अधिक 355.6 मिमी बारिश हुई है। मौसम विभाग के भोपाल केंद्र के अधिकारी वीएस यादव ने बताया कि बंगाल की खाड़ी से एक और अवदाब 15 सितंबर को एमपी के पूर्वी हिस्से से टकराने की संभावना है। इससे दो-तीन दिनों तक बारिश होने की उम्मीद है।
समय से पहले पूरा हुआ बारिश का कोटा
एमपी में 1 जून से 30 सितंबर तक सामान्य मानसून की स्थिति में औसत 949.5 मिमी बारिश होती है। लेकिन यह कोटा इससे पहले ही पूरा हो गया है। सूबे में अब तक 1022.4 मिमी बारिश हुई है। 1 जून से 12 सितंबर की सुबह तक मध्य प्रदेश में औसत 874.44 मिमी बारिश हुई है।
मुरैना में भी दो दिन स्कूल बंद
मुरैना जिले में हो रही बारिश के कारण छात्र-छात्राओं की सुरक्षा को देखते हुये जिला प्रशासन ने नर्सरी से लेकर कक्षा आठवीं तक के स्कूलों में अवकाश घोषित किया है। यह आदेश सरकारी, प्राइवेट और अर्धसरकारी सभी स्कूलों पर लागू होगा। हालांकि संस्था प्रमुख/प्राचार्य और स्कूल स्टाफ विद्यालय में रहकर अपने शासकीय कामकाज करेंगे।
खबर अपडेट हो रही है।
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